जयपुर, 6 मार्च – भारत और जापान के बीच शहरी विकास, अपशिष्ट प्रबंधन और सर्कुलर अर्थव्यवस्था को लेकर द्विपक्षीय वार्ता आयोजित की गई। इस वार्ता में भारत सरकार के केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू और जापान के वैश्विक पर्यावरण मामलों के वाइस मिनिस्टर श्री युताका मात्सुजावा सहित दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

मंत्री तोखन साहू ने जापानी प्रतिनिधिमंडल के साथ इस महत्वपूर्ण वार्ता को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि भारत और जापान के बीच रणनीतिक साझेदारी ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित है। उन्होंने बताया कि जयपुर में आयोजित ‘एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 12वें क्षेत्रीय 3-आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम’ की भारत को गर्व से मेजबानी करने का अवसर मिला है।
भारत में शहरी विकास और सर्कुलर अर्थव्यवस्था को गति देने पर जोर

भारत में तेजी से हो रहे शहरीकरण पर प्रकाश डालते हुए श्री साहू ने कहा कि वर्ष 2047 तक देश की 50% आबादी शहरों में निवास करेगी और राष्ट्रीय GDP में 80% से अधिक का योगदान देगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने शहरी विकास को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है, जिसमें किफायती आवास, जल सुरक्षा और स्वच्छता से जुड़ी योजनाएँ शामिल हैं।
श्री साहू ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की सफलता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस मिशन ने 100% वैज्ञानिक अपशिष्ट प्रबंधन को अपनाते हुए सर्कुलर अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है।
भारत-जापान सहयोग को और मजबूती मिलेगी
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत और जापान ने बिजली, परिवहन, पर्यावरण संरक्षण और बुनियादी ढांचे से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। श्री साहू ने बताया कि जापान की स्मार्ट सिटीज़, अर्बन प्लानिंग और डिज़ास्टर रेजिलिएंस में विशेषज्ञता भारत के शहरीकरण के लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होगी।

श्री युताका मात्सुजावा ने भारत के स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के प्रयासों की सराहना की और कहा कि जापान इन क्षेत्रों में भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर ‘इंडिया पैवेलियन’ का भी उद्घाटन किया गया, जिसमें भारत की सर्कुलर अर्थव्यवस्था और 3-आर से संबंधित पहलों को प्रदर्शित किया गया। श्री साहू ने जापानी प्रतिनिधिमंडल को इस विशेष पैवेलियन का अवलोकन करने के लिए आमंत्रित किया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

इस बैठक में जापान के वाइस मिनिस्टर श्री युताका मात्सुजावा, राजस्थान सरकार के मंत्री श्री झाबर सिंह खर्रा, सचिव श्री राजेश यादव, राजस्थान सरकार की संयुक्त सचिव श्रीमती रूया मिश्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
भारत और जापान के बीच यह द्विपक्षीय वार्ता दोनों देशों के बीच शहरी विकास और सर्कुलर अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में मजबूत साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief