शनिवार को खदान से 40 हज़ार एमटी कोयला खनन तो 80 हज़ार एमटी कोयला डिस्पैच किया गया




एसईसीएल के पीआरओ सनीश चंद्रा ने बताया सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर ग़लत , अपुष्ट या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न देने की अपील



बिलासपुर ।एसईसीएल के कोरबा स्थित कोयला खदान कुसमुंडा में उत्पादन सामान्य रूप से संचालित हो रही है ।बीते दिनों में खदान से 40,000/ टन कोयला निकाला गया है वहीं लगभग 80,000/ टन कोयला डिस्पैच किया गया है ।सोसल मीडिया में चल रही खबरे पूरी तरह से निराधार है ।

एसईसीएल के पीआरओ सनीश चंद्रा ने बताया सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर ग़लत है, उन्होंने आम लोगों से अपुष्ट या भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न देने की अपील की है ।पीआरओ चंद्रा स्पष्ट किया कि खदान सामान्य रूप से संचालित हो रही है और सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो, जिसमें भारी बारिश के चलते खदान क्षेत्र में जल प्रवाह दिखाया गया है, भ्रामक तरीके से प्रस्तुत किया गया है,जो कि पूरी तरीके से गलत है ।
गौर तलब हो कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया जिसमें कुसमुंडा खदान माइन रोड/हॉल रोड पर तेज प्रवाह से बारिश के पानी का बहाव दिख रहा है ,यह वीडियो गाड़ी में बैठे ऑपरेटर या किसी सहकर्मी द्वारा बनाया गया प्रतीत होता है जो ढलान में नीचे की और बढ़ रहे थे । इसमें कुछ विजुअल्स ओपनकास्ट खदान के बेंचों पर ऊँचाई से गिरते पानी का भी है। कई सोशल मीडिया चैनलों पर इनमें म्यूज़िक आदि भी जोड़ा गया है ।

एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा ने कहा कि शुक्रवार को खदान से लगभग 40,000 टन कोयले का उत्पादन किया गया, जबकि करीब 80,000 टन कोयले का प्रेषण किया गया। “खदान में कल तीनों पालियों में उत्पादन कार्य हुआ। सभी मशीनें और कर्मी सुरक्षित हैं,खदान पूरी तरह से चालू है।
बारिश के दिनों में खुली खदानों से उत्पादन प्रभावित होता है । विशेषत: तेज बारिश के समय , कर्मियों और मशीनों की सुरक्षा के मद्देनजर कार्य होल्ड किया जाता है और फिर शुरू कर दिया जाता है – यह एक सेफ्टी प्रोटोकॉल है ।इसी तरह कुसमुंडा खदान भी सामान्य रूप से संचालित है , बंद नहीं है और कल तीनों पालियों में यहाँ भारी मात्रा मे कोयला खनन हुआ और 80 हज़ार एमटी कोयला डिस्पैच भी हुआ है ।

प्रधान संपादक