
तालाब में फेंके गए युवक के अंधे कत्ल का पुलिस ने किया खुलासा,एसएसपी ने कहा सभी पुलिसकर्मी होगे पुरस्कृत
बिलासपुर। कोटा थाना क्षेत्र में तालाब से मिले युवक के शव ने पुलिस के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न की थी मगर बिलासपुर पुलिस ने अपनी त्वरित कार्रवाई तकनीकी दक्षता और सतत प्रयासों से इस अंधे कत्ल की गुत्थी महज़ तीन दिनों में सुलझा दी।एसएसपी आईपीएस रजनेश सिंह के नेतृत्व और लगातार मॉनिटरिंग के कारण पुलिस न केवल आरोपियों तक पहुँची बल्कि उन्हें भागने से पहले महाराष्ट्र बॉर्डर से गिरफ्तार भी कर लिया।
लापता युवक का तालाब में मिला शव
1 दिसंबर 2025 को धीरज साहू (26 वर्ष) के परिजनों ने उसके लापता होने की सूचना थाना कोटा में दी थी। 7 दिसंबर को ग्राम घोड़ामार के बांधा तालाब में एक संदिग्ध शव मिला, जिसकी पहचान मृतक धीरज साहू के रूप में हुई। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने धारा 103(1), 238 BNS के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
एसएसपी के निर्देश पर बनी विशेष टीम
घटना के बाद एसएसपी रजनेश सिंह ने तत्काल गंभीरता से लेते हुए विस्तृत और बहुस्तरीय जांच के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर एएसपी ग्रामीण अर्चना झा, एएसपी एसीसीयू , एसडीओपी मस्तूरी लालचंद मोहले, एफएसएल टीम, डॉग स्क्वाड और थाना कोटा पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच प्रारंभ की।जांच के दौरान पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज का परीक्षण मृतक के परिजनों व परिचितों से पूछताछ हजारों मोबाइल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण किया गया तब जाकर पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले।
तकनीकी जांच से पहुंचे आरोपी तक
तकनीकी इनपुटों के आधार पर संदेही अनिल साहू और जगन्नाथ उर्फ अंगद साहू से कड़ी पूछताछ की गई, जिसमें दोनों ने करीब वर्षभर पुरानी रंजिश को लेकर की गई हत्या का अपराध स्वीकार किया। अपराध के बाद शव को पत्थर बांधकर तालाब में फेंक दिया गया था।
भाग रहे थे आरोपी, महाराष्ट्र बॉर्डर से पकड़े गए
जांच में आगे यह भी पता चला कि हत्या के बाद दोनों आरोपी क्षेत्र से फरार हो गए थे और महाराष्ट्र की ओर भागने का प्रयास कर रहे थे।उसी सक्रियता और समर्पण के साथ एएसपी ग्रामीण एसीसीयू के एएसपी के प्रभावी मार्गदर्शन में थाना कोटा और एसीसीयू की संयुक्त पुलिस टीम ने पीछा करते हुए आरोपियों को महाराष्ट्र बॉर्डर पर दबोच लिया। यह कार्रवाई तेजी समन्वय और उच्च स्तरीय सूझबूझ का उत्कृष्ट उदाहरण रही।
एसएसपी रजनेश सिंह ने पूरी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भाग रहे आरोपियों को सीमावर्ती क्षेत्र से गिरफ्तार करना पुलिस टीम की सतर्कता और समर्पण का प्रमाण है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि उत्कृष्ट कार्य के लिए सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
गिरफ्तार आरोपियों में अनिल कुमार साहू 28 वर्ष जगन्नाथ उर्फ अंगद साहू 18 वर्ष को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, चाकू और पत्थर पुलिस ने बरामद किए। दोनों को 11 दिसंबर 2025 को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
एसएसपी की मॉनिटरिंग से मिला निर्णायक परिणाम
पूरे प्रकरण में एसएसपी रजनेश सिंह की नेतृत्व क्षमता तकनीकी जांच पर विशेष ध्यान और सतत मॉनिटरिंग अत्यंत महत्वपूर्ण रही। जांच में थाना प्रभारी निरीक्षक तोप सिंह नवरंग एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक अजहरुद्दीन उप निरीक्षक हेमंत आदित्य चौकी प्रभारी हेमंत सिंह, एफएसएल व डॉग स्क्वाड की टीमों सहित पुलिस जवानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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