छत्तीसगढ़। बिलासपुर जिले के मोहनभाठा क्षेत्र में वाइल्डलाइफ़ फोटो जर्नलिस्ट सत्यप्रकाश पांडेय ने दुर्लभ प्रवासी पक्षी कैस्पियन प्लोवर Caspian plover Anarhynchus asiaticus को कैमरे में कैद कर इतिहास रच दिया है। Bird Count India ने eBird के आधार पर पुष्टि की है कि यह न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे मध्य भारत में इस पक्षी की तस्वीरें खींचे जाने का पहला प्रमाण है।

हमारी मित्र मंडली मोहनभाठा अक्सर जाया करती है देखने में मोहभाठा बंजर भूमि प्रतीत होती है लेकिन वास्तव में यह प्रवासी-अप्रवासी पक्षियों और अन्य जीव-जंतुओं के लिए एक सुरक्षित ठिकाना है। 4 अगस्त को पांडेय द्वारा खींची गई तस्वीरें और वीडियो जैसे ही सार्वजनिक हुए पक्षी प्रेमियों और फोटोग्राफरों की भीड़ मोहनभाठा में जुट गई।

कैस्पियन प्लोवर को भारत में बेहद दुर्लभ प्रवासी पक्षी माना जाता है। आमतौर पर यह पक्षी भारत में केवल प्रवास के दौरान या सर्दियों में अल्प समय के लिए ही दिखाई देता है। भारत में इसके अब तक दर्ज स्थल बेहद सीमित हैं जिनमें दिल्ली गोवा, महाराष्ट्र, पुडुचेरी तमिलनाडु, केरल मुंबई उरण-नवी मुंबई और गुजरात लिटिल रण ऑफ कच्छ सुरेंद्रनगर – 2007 शामिल हैं। अब 2025 में बिलासपुर छत्तीसगढ़ भी इस सूची में जुड़ गया है।

यह पक्षी मूल रूप से मध्य एशिया कैस्पियन सागर के आसपास रूस कज़ाख़िस्तान और मंगोलिया के खुले घास के मैदानों और स्टेपीज़ में पाया जाता है। सर्दियों के दौरान यह पक्षी अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप तक प्रवास करता है।

सत्यप्रकाश पांडेय ने बताया मोहनभाठा की अनुकूल परिस्थितियों ने इस दुर्लभ मेहमान को यहां ठहरने के लिए आकर्षित किया। मेरे लिए यह जीवन की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है और छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण भी।
इस रिकॉर्ड के साथ छत्तीसगढ़ और मध्य भारत पक्षी विज्ञान की दुनिया में एक नई उपलब्धि के साथ दर्ज हो गए हैं।

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