बिलासपुर। साइबर ठगों ने एक बार फिर चौंकाने वाला कारनामा कर दिया। सकरी क्षेत्र के ग्राम पांड़ में रहने वाले एम. कॉम. के छात्र के मोबाइल फोन को हैक कर जालसाजों ने ऑनलाइन शॉपिंग साइट से एक लाख पांच हजार रुपये की खरीदी कर डाली। घटना का खुलासा तब हुआ, जब छात्र को अपने बैंक खाते से रकम कटने की जानकारी मिली। मामले में पीड़ित की शिकायत पर सकरी पुलिस ने धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सकरी के ग्राम पांड़ निवासी असद अख्तर (22) एम कॉम की पढ़ाई कर रहे हैं। छात्र ने पुलिस को बताया कि सात जुलाई की शाम अचानक उनका मोबाइल बंद हो गया। उन्होंने सोचा कि यह सामान्य तकनीकी खराबी होगी, लेकिन कुछ देर बाद जब किसी तरह उन्होंने मोबाइल चालू किया तो उन्हें संदेह हुआ। मोबाइल के एसएमएस किसी अन्य नंबर पर फॉरवर्ड हो चुके थे। इससे उन्हें गड़बड़ी की आशंका हुई। अगले दिन छात्र ने एहतियातन अपने बैंक से संपर्क किया। वहां उन्हें चौंकाने वाली जानकारी मिली। बैंक अधिकारियों ने बताया कि उनके खाते से लिंक मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर एक लाख पांच हजार रुपये की खरीदी की है। इस पर छात्र के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत अपने खाते की डिटेल निकाली और पूरी जानकारी के साथ सकरी थाने पहुंचे। पुलिस ने छात्र की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। साथ ही मोबाइल नंबर के आधार पर जालसाजों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने सिम स्वैपिंग या मोबाइल हैकिंग के जरिए छात्र का नियंत्रण अपने हाथ में लिया और उसके बाद बैंक से जुड़े ओटीपी और संदेश प्राप्त कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस बैंक और ऑनलाइन शॉपिंग साइट से ट्रांजेक्शन डिटेल मंगवाकर आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। साइबर विशेषज्ञों की मदद से भी तकनीकी जांच कराई जा रही है। पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और मोबाइल या बैंक खाते से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत सूचना देने की अपील की है।
साइबर फ्रॉड से बचाव के टिप्स
संदिग्ध लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें।
मोबाइल बंद होने या नेटवर्क गायब होने पर तुरंत सेवा प्रदाता से संपर्क करें।
बैंक से जुड़े ओटीपी या पासवर्ड किसी से साझा न करें।
खाते से जुड़ी हर बड़ी लेन-देन पर तुरंत बैंक से पुष्टि करें।
साइबर अपराध की आशंका पर 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी थाने में सूचना दें।

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