बिलासपुर। हाई कोर्ट के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव ने सेंदरी स्थिति मानसिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान संचालक, स्वास्थ्य सेवाए, बिलासपुर कलेक्टर और एसएसपी भी मौजूद रहे। सचिव ने बताया कि मरीजों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को और आसान बनाने, ओपीडी में सुविधाएं बढ़ाने, दवाओं का भंडारण और लिस्टिंग में सुधार करने पर जोर दिया गया है।
सेंदरी के मेंटल हास्टपिल में मानसिक रोगियों के इलाज के लिए 2017 में बने अधिनियम के अनुसार प्रावधान और सुविधा नहीं होने पर हाई कोर्ट में जनहित याचिका लगाई थी। हाई कोर्ट ने पूर्व में इस मामले पर स्वतः संज्ञान में लिया था। दोनों मामलों की एक साथ सुनवाई चल रही है। इस मामले पर हाई कोर्ट ने स्वास्थ्य सचिव को निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। आदेश के परिपालन में स्वास्थ्य सचिव ने 11 अगस्त को सेंदरी के मेंटल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। इस दौरान संचालक, स्वास्थ्य सेवाए, बिलासपुर कलेक्टर और एसएसपी भी मौजूद रहे। सचिव ने बताया कि मरीजों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को और आसान बनाने, ओपीडी में सुविधाएं बढ़ाने, दवाओं का भंडारण और लिस्टिंग में सुधार करने पर जोर दिया गया है।
राज्य सरकार ने अस्पताल को नई सीटी स्कैन मशीन और पैथोलॉजी लैब के लिए आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया है। बता दें कि 27 मार्च 2024 को बेंगलुरु स्थित निमहंस की टीम ने भी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था, इसके बाद कई सुझाव दिए थे। सरकार ने तय किया है कि उन सुझावों को भी लागू किया जाएगा। निरीक्षण के बाद हाई कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत की, इसमें बताया कि हॉस्पिटल की कई कमियों को दूर करने और सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग को भवन की मरम्मत और शौचालयों के बाकी काम तुरंत पूरा करने को कहा गया है। वहीं, अस्पताल अधीक्षक को चौकीदार और चपरासी की भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए। कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड और रोस्टर के अनुसार समय पर उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है।

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