रायपुर। छत्तीसगढ़ की फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुके युवा फिल्म निर्माता निखिल सुंदरानी को छत्तीसगढ़ कला रत्न सम्मान से नवाजा गया। जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन श्री राधाकृष्ण सेवा समिति छत्तीसगढ़ मंदिर के अध्यक्ष डॉ. जयप्रकाश यादव के नेतृत्व में किया गया।
युवा फिल्मकार का योगदान
सिर्फ 6 वर्षों की अल्प आयु में निखिल सुंदरानी ने लघु फिल्म निर्माण रचनात्मक लेखन और निर्देशन के माध्यम से छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति तीज त्योहार बस्तर से लेकर सरगुजा तक की आदिवासी परंपराओं साहू समाज व सतनाम समाज की झलकियों को बड़े परदे और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तक पहुँचाया है। अपने निजी यूट्यूब चैनल के जरिए वे लगातार नई प्रतिभाओं को अवसर देकर उन्हें पहचान दिला रहे हैं।
सम्मानित क्षण
इस अवसर पर पद्मश्री उषा बारले डॉ. उर्वशी साहू निर्माता निर्देशक अनुपम वर्मा सुप्रसिद्ध अभिनेत्री शालिनी विश्वकर्मा कलाकार आकाश बंजारे दीपक बंजारे समेत हज़ारों दर्शक उपस्थित रहे।

निखिल सुंदरानी ने कहा यह उपलब्धि मेरे लिए प्रेरणादायी है।डॉ. जयप्रकाश यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता का आशीर्वाद पाकर स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूँ। निखिल ने कहा कि उन्हें यह प्रेरणा विरासत में मिली है ।
गौर तलब हो कि निखिल छत्तीसगढ़ी सिनेमा के भीष्मपितामह कहे जाने वाले मोहन सुंदरानी के पोते हैं। वे अपने दादा की लोककला संगीत और पटकथा लेखन से प्रेरित होकर वे निरंतर छत्तीसगढ़ी सिनेमा को नई दिशा देने में जुटे हैं।
हाल ही में उनकी निर्मित छत्तीसगढ़ी फिल्म मै राजा तैं मोर रानी 4 जुलाई को प्रदेशभर के सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्सों में प्रदर्शित हुई जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा।

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