बिलासपुर ।एसईसीएल साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने तकनीकी क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय उत्खनन कार्यशाला CEWS गेवरा स्थित कंडीशन बेस्ड मॉनिटरिंग लैब CBM Lab को पूरी तरह महिला कर्मचारियों के संचालन के लिए सौंप दिया है।

इस ऐतिहासिक पहल का उद्घाटन एसईसीएल के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर हरीश दुहन ने निदेशक (तकनीकी – संचालन एवं योजना) एन. फ्रैंकलिन जयकुमार और निदेशक (वित्त) डी. सुनील कुमार की उपस्थिति में किया।
क्या करती है सीबीएम लैब
खनन में इस्तेमाल होने वाली भारी मशीनों की स्थिति की निगरानी हेतु स्थापित यह प्रयोगशाला, लुब्रिकेंट ऑयल के नमूनों का विश्लेषण कर मशीनों के आंतरिक स्वास्थ्य का आंकलन करती है।
प्रमुख परीक्षणों में एलीमेंटल एनालिसिस, काइनेमैटिक विस्कोसिटी, केमिकल प्रॉपर्टीज विश्लेषण और पार्टिकल काउंट शामिल हैं।
इस तकनीकी प्रक्रिया से संभावित खराबियों की समय रहते पहचान हो जाती है, जिससे मशीनों का ब्रेकडाउन रोका जा सकता है, परिचालन लागत घटती है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।
महिला शक्ति की अगुवाई

प्रयोगशाला की प्रभारी श्रीमती बबीता पटवाल सहायक प्रबंधक (उत्खनन) के नेतृत्व में पूरी महिला टीम इस अत्याधुनिक प्रयोगशाला का संचालन कर रही है।
सीएमडी दुहन और निदेशकगणों ने प्रयोगशाला का निरीक्षण कर टीम से मुलाकात की और उनके उत्साह की सराहना करते हुए उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए मार्गदर्शन दिया।
सशक्तिकरण और तकनीकी दक्षता का संगम
एसईसीएल की यह पहल न केवल खनन कार्यों की दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है, बल्कि यह कोल इंडिया में महिलाओं की तकनीकी भागीदारी को भी नया आयाम देती है।
यह लैब आने वाले समय में खनन संचालन को और अधिक सुरक्षित, कुशल और लागत प्रभावी बनाएगी।
उल्लेखनीय उपस्थिति

इस अवसर पर गेवरा क्षेत्रीय महाप्रबंधक ए.के. त्यागी, दीपका के संजय मिश्रा, कोरबा के आर.के. गुप्ता, सीईडब्ल्यूएस गेवरा के वर्क्स मैनेजर ए.के. सिंह सहित सभी समिति सदस्य, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

प्रधान संपादक