बिलासपुर। कोटा क्षेत्र के बेलगहना चौकी अंतर्गत ग्राम उमरिया में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक मजदूर ने पारिवारिक विवाद के चलते पहले अपनी पत्नी की हत्या कर दी, फिर खुद को फांसी के फंदे पर लटकाकर जान दे दी। घटना का खुलासा तब हुआ जब 11 वर्षीय बेटे ने सुबह घर आकर मां की खून से सनी लाश और पिता का शव फांसी पर लटकता देखा।

बेलगहना चौकी प्रभारी भावेश शेंडे के अनुसार मृतक सुखसिंह बैगा (55) ग्राम उमरिया का निवासी था और दिहाड़ी मजदूरी करता था। वह अपनी पत्नी कुंवरिया बाई (50) और 11 साल के बेटे दिलेश के साथ घर पर रहता था। उसका बड़ा बेटा चुन्नीलाल पास के गांव में मजदूरी करता है।
रविवार की रात घर में पति-पत्नी के बीच पैसे को लेकर विवाद हुआ। दिलेश ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने मां से रुपये मांगे थे, मना करने पर उन्होंने मां की पिटाई शुरू कर दी। बेटे ने जब यह देखा तो डरकर पास ही रहने वाले मामा के घर चला गया और वहीं सो गया।
सोमवार सुबह जब दिलेश घर लौटा तो उसकी मां की लाश घर के बरामदे में खून से लथपथ हालत में पड़ी थी। वह घबराकर अंदर भागा, जहां उसके पिता सुखसिंह का शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था। यह दृश्य देख दिलेश ने शोर मचाया और मोहल्ले वालों को बुलाया। सूचना मिलने पर बेलगहना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था। रविवार रात के झगड़े ने खौफनाक रूप ले लिया। पुलिस को आशंका है कि सुखसिंह ने पहले पत्नी की हत्या की और फिर आत्महत्या कर ली। हालांकि, पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन