बिलासपुर। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 81 वर्षीय सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी को जीवित होते हुए भी मृत घोषित कर उनके ही रिश्तेदारों ने उसकी जमीन हड़प ली। पीड़ित की शिकायत के बाद अधिकारियों के निर्देश पर अब पुलिस ने धोखाधड़ी और कूटरचना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जांजगीर निवासी रामगोपाल गौरहा सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने सिरगिट्टी पुलिस को बताया कि उनकी नानी अमोला बाई की ग्राम बसिया में 6.222 हेक्टेयर कृषि भूमि थी। पारिवारिक बंटवारे में आधी जमीन उनके हिस्से में आई थी। राजस्व रिकॉर्ड में वर्ष 2013-14 तक उनका नाम दर्ज भी था, लेकिन इसके बाद से दस्तावेजों से उनका नाम रहस्यमयी तरीके से हटा दिया गया।
जब उन्होंने इसकी जांच करवाई तो पता चला कि ग्राम बसिया निवासी रूपराम दुबे, बेनीराम दुबे, बिहारीलाल दुबे और गतौरा निवासी निर्मला ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए उन्हें मृत घोषित कर दिया और जमीन का नामांतरण अपने नाम करवा लिया। आरोपियों ने आवेदन में यह भी उल्लेख किया कि रामगोपाल अविवाहित थे, ताकि वारिस न होने का आधार बनाकर जमीन हड़पी जा सके।
रामगोपाल ने बताया कि उन्होंने पहले ही तहसील कार्यालय में जमीन के बंटवारे के लिए आवेदन दिया था, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वे प्रक्रिया पूरी नहीं कर सके। इसका फायदा उठाते हुए रिश्तेदारों ने दस्तावेजों में गड़बड़ी कर जमीन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि न केवल जमीन हथिया ली गई, बल्कि आरोपित उन्हें उपज का हिस्सा भी नहीं दे रहे हैं।
पीड़ित ने इस संबंध में सिरगिट्टी थाने में कई बार शिकायत की, लेकिन पुलिस मामले की जांच का हवाला देकर टालती रही। अंततः उन्होंने अधिकारियों से संपर्क किया, जिसके बाद सिरगिट्टी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना और अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief