छत्तीसगढ़ ।बिलासपुर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, शराब के सेवन से हर वर्ष विश्वभर में लगभग 20 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। नशे की लत से कैंसर, अस्थमा, हृदयाघात, उच्च रक्तचाप, अल्सर, मधुमेह, नेत्र संबंधी रोग, नपुंसकता, मानसिक विकार, पाचन तंत्र संबंधी रोग तथा क्षय रोग जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा, नशे की लत पारिवारिक कलह, आर्थिक संकट और सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट का भी कारण बनती है।





मादक पदार्थों के दुरुपयोग पर नियंत्रण के उद्देश्य से जिले में समाजसेवी संस्थाओं और विभिन्न सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से गांव-गांव तक नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नुक्कड़ नाटक, शपथ ग्रहण, रैलियां और संगोष्ठियां शामिल हैं।




विकासखंड कोटा में रथ यात्रा के माध्यम से, शिवतराई कोटा में राष्ट्रीय सेवा योजना (जी.जी.यू.) द्वारा, नशा मुक्ति केंद्र लोखंडी, जस्टिस तन्खा मेमोरियल बिलासपुर, ब्रह्मकुमारी प्रजापति, गायत्री परिवार और आश्रयदत्त कर्मशाला, बिलासपुर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।


इन कार्यक्रमों में परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती सरस्वती रामेश्री, सहायक सांख्यिकी अधिकारी प्रशांत मोकाशे, बीना दीक्षित, सौरभ दीवान, अजय धुर्वे, वमशी कृष्णा, विजय केशकर, एल.डी. भांगे, दादूलाल बरेठ, राजेश सिसोदिया, कौशल कश्यप, राधेश्याम यादव, पुनाराम ध्रुव, अजय सिंह तथा समाजसेवी सत्यभामा अवस्थी, शोभना शुक्ला, एस.पी. चतुर्वेदी और जगदीश सिंह राजा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

प्रधान संपादक