रायपुर। छत्तीसगढ़ के दो हजार करोड़ से अधिक के शराब घोटाले में जेल में बंद एपी त्रिपाठी,अनुराग द्विवेदी और दीपक दुआरी को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है। घोटाले के मास्टर माइंड पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा व अनवर ढेबर को अभी जेल में रहना होगा। इन दोनों की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
शराब घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रही है। जांच एजेंसी ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में एफआईआर दर्ज कराई थी। ED की जांच के अनुसार पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के तत्कालीन एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट ने मिलकर इसे अंजाम दिया। केंद्रीय जांच एजेंसियों ने आबकारी विभाग के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी एपी त्रिपाठी, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर के अलावा नकली होलोग्राम बनाने वाली नोएडा की कंपनी प्रिज्म कंपनी के मैनेजर दिलीप पांडे, कर्मचारी अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह और दीपक दुआरी को गिरफ्तार किया था।

पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा पर छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में शामिल होने और डिस्टलरी से अवैध कमीशन वसूलने के आरोप हैं। इसके अलावा ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है । ईडी ने उनके खिलाफ 2024 में पीएमएलए के तहत जांच शुरु की थी। जिसके आधार पर ईडी ने अप्रैल 2024 में गिरफ्तार किया था। टुटेजा पर छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले का “आर्किटेक्ट” होने का आरोप लगा है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief