रायपुर– मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास को नई गति देने वाला बजट विधानसभा में प्रस्तुत किया गया है। यह बजट वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ भविष्य के लिए एक मजबूत अधोसंरचना तैयार करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का सूत्रवाक्य “ज्ञान से गति की ओर” है। पिछले बजट में गरीब, युवा, अन्नदाता और महिलाओं पर फोकस किया गया था, जबकि इस बार सुशासन, बुनियादी ढांचे में तेजी, तकनीक और औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दी गई है।
उन्होंने कहा कि “ट्रिपल इंजन सरकार” के प्रयासों से राज्य तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है और यह बजट इस गति को और तेज करेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार पूंजीगत व्यय 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक रखा गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 18% अधिक है।
औद्योगिक और अधोसंरचनात्मक विकास को मिलेगी मजबूती

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ को औद्योगिक और आईटी हब के रूप में विकसित करने की ठोस नींव रखी गई है। नई औद्योगिक नीति के तहत 700 करोड़ रुपये का इंडस्ट्रियल सब्सिडी सपोर्ट रखा गया है। 12 नए इंजीनियरिंग कॉलेज और 12 पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले जाएंगे, जिससे युवाओं को रोजगार और स्टार्टअप के अवसर मिलेंगे।
रायपुर-दुर्ग मेट्रो परियोजना का सर्वे होगा और महानदी-इंद्रावती व कोडार-सिकासर नदियों को जोड़ने की योजना बनाई गई है। नई सिंचाई परियोजनाओं के लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जिससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
अटल जी के सपनों को साकार करने की दिशा में कदम

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 को “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को पूरा करने के लिए राज्य में आधुनिक अधोसंरचना का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “अटल जी नदियों को जोड़ने का सपना देखते थे, जिसे हम साकार करेंगे।”
समावेशी विकास पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के सिद्धांत पर आधारित है। अंत्योदय के कल्याण के लिए विशेष बजट प्रावधान किए गए हैं। गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी शक्ति और जनजातीय विकास के लिए पहले से चल रही योजनाओं को और विस्तार दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह बजट छत्तीसगढ़ को नए संकल्पों के साथ एक नई उड़ान देगा और राज्य को एक विकसित अर्थव्यवस्था की दिशा में ले जाएगा।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief