8 माह में 31 लाख की बचत, 20 हजार से अधिक मरीजों को लाभ
बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण की अध्यक्षता में जिला अस्पताल की जीवनदीप समिति की कार्यकारिणी बैठक आयोजित की गई, जिसमें गरीब मरीजों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में बताया गया कि एक्सरे, ईसीजी एवं सोनोग्राफी की सुविधा निःशुल्क किए जाने से पिछले 8 महीनों में गरीब मरीजों को 31 लाख रुपए की बचत हुई और 20 हजार से अधिक मरीजों को इस योजना का लाभ मिला।

बैठक में श्रवण बाधित मरीजों के लिए जिला अस्पताल में बहुत जल्द बेरा (BERA) परीक्षण सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया गया। अभी तक यह सुविधा जिला अस्पताल और सिम्स में उपलब्ध नहीं थी, जिससे मरीजों को जांच के लिए रायपुर भेजना पड़ता था।
मरीजों की सुविधाओं के लिए कई अहम फैसले
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और गरीब मरीजों के हित में कई प्रस्ताव पारित किए गए। जीवनदीप समिति के खाते में फिलहाल 5.32 करोड़ रुपए जमा हैं, जिनमें से 5 करोड़ रुपए फिक्स डिपॉजिट के रूप में रखे गए हैं।

इसके अलावा, बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिए गए—
• मॉड्यूलर किचन में मरीजों, उनके परिजनों और स्टाफ के लिए स्वल्पाहार (हल्का नाश्ता) की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
• अस्पताल संचालन के लिए एक कंप्यूटर ऑपरेटर और लिफ्टमैन की नियुक्ति की जाएगी।
• इंफेक्शन नियंत्रण के लिए अस्पताल स्टाफ को विशेष ड्रेस दी जाएगी।
• अस्पताल में पेस्ट कंट्रोल उपायों को लागू किया जाएगा।
• एनआरसी (Newborn Care Unit) में बच्चों के प्ले एरिया में फ्लोर मैट रेड क्रॉस सोसायटी के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे।
अस्पताल प्रबंधन की सराहना

सिविल सर्जन ने पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें लगभग सभी निर्णयों को सफलतापूर्वक लागू किया गया। जिला अस्पताल प्रबंधन की सराहना करते हुए कलेक्टर ने बेहतर इलाज और प्रबंधन के लिए प्राप्त एनक्यूएएस प्रमाण पत्र सौंपा।
बैठक में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता, सिम्स के अस्पताल अधीक्षक डॉ. लखन सिंह, सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी और जीवनदीप समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief