बिलासपुर। बिल्हा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पथरिया ब्लाक के उप तहसील सरगांव क्षेत्र में स्थापित छोटे एवं बड़े उद्योगों की लापरवाही के कारण दर्जनों ग्रामों के पेड़ पौधे,फसल आदि पर पर रहे दुष्प्रभाव और ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर हो रहे असर तथा पर्यावरण प्रदूषण को लेकर ग्रामीण एकजुट हो रहे है साथ ही उद्योगो के खिलाफ बड़ा आंदोलन की तैयारी कर रहे है । बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के सक्रिय कांग्रेस नेता और कांग्रेस पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारी दिलीप कौशिक ने उद्योगो के खिलाफ आयोजित ग्रामीणों की सभा मे सबको एकजुट होकर आंदोलन करने का आव्हान किया है ।
जिलाधीश के नाम सैकड़ो ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन मे कहा गया कि निवेदन है कि हम ग्रामवासी उपरोक्त उद्योगों के 10 किमी एयर डिस्टेंस में आने वाले गावों मर्राकोना, बावली, खरसोला, पकरिया, रमतला, उमरिया, ककेड़ी, धमनी, हथकेरा, बिदबिदा, सांवा, लोहदा, मोहभट्ट्ठा, सरगांव, करही, नगपुरा, खजरी, धूमा, मोतिमपुर, चुनचुनिया, सल्फा, खपरी, भखरीडीह, खम्हारडीह, रामबोड़, अण्डा, दौना, टिकैतपेण्ड्री, लुकऊकांपा, मोहदी, बिरकोनी, बदरा (ठ) फर्सल, पेड़ पौधे प्रदूषित हो रहे है उद्योगों के द्वारा छोड़े जाने वाले जहरिले गैसों धूलों को जलों पेंड़ पौधों एवं फसलों मिट्टीयों में स्पष्ट देखा जा सकता है मिट्टी की उर्वरक शक्ति, भूमिगत जल का लगातार कम होना, पर्यावरण के प्रदूषित होने से जनमानस एवं पशु- पक्षी, जलीय जीव एवं विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं को परेशानी हो रही है, स्वास्थ्य खराब हो रहे हैं क्षेत्र में अस्थमा आदि जैसे मंभीर बिमारी होने की संभावना बढ़ गयी है, वातावरण में ऑक्सीजन की कमी हो रही है, उद्योगों के द्वारा धुंए छोड़े जाने से लोगों का दम छूट रहा है वतावरण प्रदूषित हो रहा है इसके रोकथाम के W नक्रिम लिए उपरोक्त उद्योगों के संचालकों द्वारा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है, पर्यावरण अधिनियमों का खुल्मखुल्ला उलंघन किया जा रहा है, शासन द्वारा निर्धारित उद्योगों के लिए बनाये गये मापदण्डों का पालन नहीं किया जा रहा है सल्फा मनियारी से बिरकोनी तक का रोड उद्योगों के भारी वाहन क से अत्यधिक खराब हो चुका है जिसका मरम्मत भी नहीं किया जा रहा है बड़ी दुर्घटना का भय बना रहता है, आम लोगों को सड़क में आने-जाने में परेशानियां होती है, उपरोक्त उद्योगों से क्षेत्र के जन मानस को नुकसान ही नुकसान है, इस क्षेत्र में नवीन उद्योगों की स्थापना पर रोक लगाया जावें, इस समस्या का समय रहते निदान किया जाना जनहित में आवश्यक है ।
अतः निवेदन है कि उपरोक्त समस्याओं का शीघ्रातीशीघ्र निराकरण करने की कृपा करें निराकरण नहीं होने की स्थिति में क्षेत्र में स्थापित उद्योगों पर्यावरण विभाग एवं शासन प्रशासन के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए जनमानस बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी ।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief