विलासपुर । पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय ने कलेक्टर को 2 जुलाई को लिखे पत्र का हवाला देतेहुए कहा है कि सरकार जब ग़रीबों के मकान में बुलडोज़र चला रही थी तो स्थल में जाकर मैंने उन सभी पीड़ित परिवारों से मुलाकात किया था और उनकी बात जिला के कलेक्टर साहब को 2 जुलाई को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था कि बहुत से लोगो को मकान नहीं मिला है और वो बेघर हो चुके है और यह तकलीफ़ मैंने उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव जी को भी बताया था कि बेसहारा लोगो के मकान टूट रहे है उनको मकान दिला दीजिए,लेकिन किसी की कोई सुनवाई नहीं हुई और आज एक महिला जब ज़िले के कलेक्टर के ऑफिस आत्मदाह करने की कोशिश करने के लिए गई तो ये इस बात का प्रमाण है कि ग़रीबों के प्रति सरकार का रवैया उदासीन है और नकारात्मक है,विधायक भी वोट माँगने जब गये थे तो वहाँ वादा करके आये थे कि किसी का मकान नहीं टूटेगा लेकिन आख़िर बुलडोज़र चला ही दिया।ये सरकार अहंकार की सरकार है और ग़रीबों की दुश्मन है।
*****विगत 2 जुलाई को श्री पाण्डेय द्वारा कलेक्टर को लिखा गया पत्र *******
*जिला कलेक्टर* बिलासपुर,
छत्तीसगढ
विषय: *मेलापारा, बिलासपुर में सभी बेघर परिवारों को आवास उपलब्ध कराना*
महोदय,
मैं आपके ध्यान में उन परिवारों की दुर्दशा लाने के लिए लिख रहा हूं जो बिलासपुर के मेलापारा में भाजपा सरकार द्वारा चलाए गए विध्वंस अभियान के कारण बेघर हो गए हैं। प्रशासन और यहां तक कि उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद इन बेघर परिवारों की समस्या का समाधान नहीं किया गया है।
कई गरीब भाई-बहन मुझे फोन करके अपनी समस्याएं बताते हैं और कई लोग मेरे पास अपनी समस्याएं लेकर आए हैं। इसीलिए मैं यह पत्र लिखकर आपसे अनुरोध कर रहा हूं कि आप इस मामले में व्यक्तिगत रुचि लें और सुनिश्चित करें कि सरकार इन परिवारों को आवास प्रदान करे। मुझे आशा है कि आप मेरे पत्र पर विचार करेंगे और त्वरित कार्रवाई करेंगे।
ईमानदारी से,
*शैलेश पांडे*
पूर्व विधायक
बिलासपुर
दिनांक: 2 जुलाई, 2024″