बिलासपुर। केंद्रीय विश्वविद्यालय गुरु घासीदास के बीएससी भौतिक के छात्र अर्सलान अंसारी की संदिग्ध मौत के मामले में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण एवं शहर ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। रविवार को कांग्रेसजनों का एक प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधि मंडल में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांण्डेय मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया पूर्व महापौर राम शरण यादव पूर्व जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रमोद नायक पूर्व सभापति शेख नजीरुद्दीन शहर प्रवक्ता ऋषि पांण्डेय ब्लॉक अध्यक्ष विनोद साहू सहित अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।
विश्वविद्यालय बन गया है विचारधारा का अड्डा- विजय केशरवानी
ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हुई थी, लेकिन आज यह एक विशेष विचारधारा के प्रचार-प्रसार का केंद्र बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय लगातार विवादों में घिरा रहता है, और जो छात्र प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।
केशरवानी ने कहा कि छात्र अर्सलान 21 अक्टूबर से विवेकानंद हॉस्टल से लापता था, लेकिन प्रबंधन, वार्डन और सुरक्षा अधिकारी को इसकी जानकारी तक नहीं थी। 23 अक्टूबर को उसका शव तालाब में मिला। विश्वविद्यालय प्रशासन की यह लापरवाही गंभीर है।
उन्होंने आगे कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को सुरक्षा के लिए हॉस्टल भेजते हैं, परंतु अब यह घटनाएं चिंता का विषय बन चुकी हैं। गर्ल्स हॉस्टल की स्थिति कैसी है यह भी जांच का विषय होना चाहिए।
कुलपति में नहीं संवेदना, औपचारिकता तक सीमित विश्वविद्यालय

केशरवानी ने कुलपति की संवेदनहीनता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि एक शोकग्रस्त पिता से मिलने तक कुलपति के पास समय नहीं है, जबकि रविवार को विश्वविद्यालय में समारोह आयोजित किया गया। यह संवेदनहीनता नहीं तो और क्या है?
उन्होंने यह भी कहा कि छात्र बिहार से था, जहां छठ पूजा सबसे बड़ा पर्व है और ऐसे समय में कुलपति का रवैया जले पर नमक छिड़कने जैसा है।
मेघावी छात्र आत्महत्या नहीं कर सकता,विजय पांण्डेय
शहर अध्यक्ष विजय पांण्डेय ने कहा कि अर्सलान जैसा मेघावी छात्र आत्महत्या नहीं कर सकता। वह तालाब के पास क्यों गया? अगर घूमने गया होता तो उसके दोस्त साथ होते। उसके रूम पार्टनर कहाँ हैं, यह जांच का विषय है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति कुलसचिव और अन्य अधिकारी वर्षों से वहीं पदस्थ हैं और लगातार विवादों के केंद्र में रहे हैं। अब समय आ गया है कि इन सभी अधिकारियों का तत्काल स्थानांतरण किया जाए, तभी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल लौटेगा।
कांग्रेस लड़ेगी न्याय की लड़ाई- दिलीप लहरिया
मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया ने कहा कि अर्सलान की मौत से छात्रों में भय का वातावरण बन गया है। बिहार से आए छात्र विशेष रूप से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस घटना की सच्चाई सामने लाने के लिए उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस न्याय मिलने तक सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी।
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