बिलासपुर। कोटा थाना क्षेत्र में मोबाइल सिम बेचने वालों की करतूत ने ग्रामीणों को परेशानी में डाल दिया है। दुकान संचालकों ने ग्रामीणों के आधार व अन्य पहचान पत्र लेकर उनके नाम से सिम कार्ड निकाल लिए और उन्हें दूसरे लोगों के पास बेच दिया। जब ग्रामीणों को इसका पता चला तो वे सीधे कोटा थाने पहुंचे और इसकी शिकायत दर्ज कराई।

कोटा थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग ने बताया कि ग्रामीणों ने लिखित आवेदन में कहा कि उनके नाम पर अलग-अलग मोबाइल नंबर चल रहे हैं, जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि मोबाइल सिम बेचने वालों ने पहचान दस्तावेज का दुरुपयोग कर ग्रामीणों के नाम पर फर्जी सिम जारी कर दिए। इतना ही नहीं, उन्हीं दस्तावेजों का उपयोग कर दूसरा सिम भी जारी किया गया, जिसे अलग-अलग लोगों को बेच दिया गया। पुलिस की जांच में अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं। प्रत्येक मामले में ग्रामीणों के दस्तावेज का दुरुपयोग कर सिम बेचे गए हैं। पुलिस ने इस मामले में कूट रचना, धोखाधड़ी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया है। फिलहाल आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
कानूनी चक्कर में फंस रहे ग्रामीण
थाना प्रभारी ने बताया कि इस तरह की हरकतों से ग्रामीण कानून के शिकंजे में फंस रहे हैं। फर्जी सिम अपराधियों को भी फायदा पहुंचा सकती हैं। फर्जी सिम का उपयोग करके कोई भी व्यक्ति धोखाधड़ी, ठगी, धमकी या अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे सकता है। ऐसे में मूल दस्तावेज धारक पर भी कार्रवाई का खतरा बना रहता है। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति या दुकान संचालक को अपने दस्तावेज सौंपने में सावधानी बरतें और मोबाइल सिम हमेशा अधिकृत कंपनियों की दुकानों से ही लें।
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