देश की ऊर्जा और औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखला में अग्रणी भूमिका निभा रहा है दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
बिलासपुर।दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने माल लदान के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए मात्र 144 दिनों में 100 मिलियन टन का आँकड़ा पार कर लिया है। रेलवे के इतिहास में यह अब तक की सबसे तेज़ उपलब्धि है।
उक्त जानकारी सीपीआरओ ने एक प्रेस विज्ञप्ति के ज़रिए साझा करते हुए बताया कि वर्ष 2021-22 में यह आँकड़ा 188 दिनों में, 2022-23 में 175 दिनों में, 2023-24 में 164 दिनों में और 2024-25 में 151 दिनों में पूरा हुआ था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में यह रिकॉर्ड केवल 144 दिनों में हासिल किया गया।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की इस उपलब्धि से देश की ऊर्जा जरूरतों, कोयला आधारित बिजली संयंत्रों, इस्पात उद्योगों और विभिन्न कारखानों को निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हुई है। इस अवधि में पिछले वर्ष की तुलना में 4.57 मिलियन टन (4.79 प्रतिशत) की वृद्धि दर्ज की गई है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में 22 अगस्त तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने भारतीय रेलवे के कुल प्रारंभिक माल लदान में 15.83 प्रतिशत योगदान दिया है।
पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कोयले के लदान में 5.98 प्रतिशत, इस्पात संयंत्रों के लिए कच्चे माल में 12.10 प्रतिशत, पिग आयरन और तैयार स्टील में 7.56 प्रतिशत, सीमेंट में 1.13 प्रतिशत, खाद्यान्न में 4.78 प्रतिशत और खनिज तेल में 23.17 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं बोतलबंद ऑक्सीजन गैस (BOG) के लदान में 17.58 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत रेल मंडलों के प्रदर्शन में बिलासपुर रेल मंडल ने 4.58 प्रतिशत, नागपुर मंडल ने 19.23 प्रतिशत और रायपुर मंडल ने 0.24 प्रतिशत वृद्धि हासिल की। उल्लेखनीय है कि बिलासपुर मंडल ने अकेले 74.25 मिलियन टन प्रारंभिक माल लदान कर भारतीय रेलवे के सभी डिवीजनों में पहला स्थान प्राप्त किया।
माल लदान के साथ ही 28 जुलाई 2025 को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने मात्र 119 दिनों में 10,000 करोड़ का माल भाड़ा राजस्व भी अर्जित किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में सात दिन पहले प्राप्त हुआ।
ये दोनों उपलब्धियां यात्री परिवहन सुनिश्चित करने के साथ-साथ अर्जित की गई हैं, जो दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की संतुलित संचालन क्षमता और व्यवस्थागत दक्षता को दर्शाती हैं । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में आधारभूत संरचना के वृहद स्तर पर किए गए विकास कार्यों जैसे लाइन दोहरीकरण, तीसरी/चौथी लाइन निर्माण, विद्युतीकरण और यार्ड सुधार ने इन उपलब्धियों को हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है । कई निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं और कई प्रगति पर हैं, जिनसे यात्री यातायात एवं माल परिवहन दोनों क्षेत्रों को सीधा लाभ मिल रहा है ।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के पीछे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा सेवाओं को सुलभ बनाने, सेवा गुणवत्ता में सुधार लाने तथा त्वरित निर्णय लेने जैसी पहलें रही हैं । प्रतिस्पर्धी दरों पर सेवा उपलब्ध कराना और सेवा वितरण में सुधार भी इस सफलता का प्रमुख आधार रहा है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे भविष्य में भी रेल यात्रियों की सुविधाओं, देश की औद्योगिक आवश्यकताओं की पूर्ति और भारतीय रेल के राजस्व में सतत योगदान हेतु अपने समर्पण और कार्यक्षमता के साथ अग्रसर रहेगा।
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे छुट्टियों और त्योहारों पर स्पेशल ट्रेनों का संचालन भी कर रहा है। हाल ही में रथयात्रा, श्रावण मास और रक्षाबंधन पर विशेष गाड़ियाँ चलायी गईं, जबकि आगामी तीज और दुर्गा पूजा पर भी स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएँगी।भविष्य में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे औद्योगिक आवश्यकताओं की पूर्ति, यात्रियों की सुविधा और भारतीय रेलवे के राजस्व में योगदान हेतु अपने प्रयास जारी रखेगा ।

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