बिलासपुर छत्तीसगढ़। बिलासपुर जिले में चलाए जा रहे धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत जनजातीय समुदाय को शासन की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास तेजी से जारी है। अभियान के अंतर्गत 30 जून तक विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है आयोजित शिविर से सैकड़ों ग्रामीण परिवारों को लाभ पहुंचाया गया है।




बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत खरगहना और कोटा विकासखंड के ग्राम पंचायत कुरदर में हाल ही में आयोजित विशेष शिविरों में ग्रामीणों को अनेक योजनाओं का लाभ उनके गांव में ही प्रदान किया गया। इससे ग्रामीणों ने त्वरित सहायता मिलने पर संतोष जताया और शासन के प्रयासों की सराहना की।



खरगहना शिविर में अनेक सेवाएं प्रदान

ग्राम खरगहना में आयोजित शिविर का शुभारंभ सरपंच मनबोध राम मेहर की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर उपसरपंच गिरिश साहू, पंच संतोष साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। शिविर की निगरानी अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जसवंत सिंह जांगड़े और सहायक अधिकारी डेगेन्द्र राठौर ने की।

शिविर के दौरान 09 आयुष्मान कार्ड जारी किए गए, 02 आधार कार्ड बनाए गए और 01 कार्ड में अद्यतन किया गया। साथ ही, 02 राशन कार्ड के लिए आवेदन प्राप्त हुए। स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत 05 ग्रामीणों की सिकलसेल जांच, 78 ग्रामीणों की बीपी एवं शुगर जांच, 08 ग्रामीणों की टीबी स्क्रीनिंग की गई और उन्हें निःशुल्क दवाएं वितरित की गईं।
कुरदर में भी ग्रामीणों को मिला योजनाओं का लाभ
ग्राम कुरदर में आयोजित शिविर में सरपंच, उपसरपंच, पंचगण, सचिव एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। शिविर का संचालन प्रभारी अधिकारी नवनीत तंबोली (सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी) एवं सहायक अधिकारी सोहन लाल बैगा के मार्गदर्शन में हुआ।
यहां 05 आधार कार्ड बनाए गए, 17 आयुष्मान कार्ड वितरित हुए, 06 राशन कार्ड प्रदान किए गए और 07 वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत की गई। इसके अतिरिक्त, ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निःशुल्क दवाएं भी प्रदान की गईं।
एक मंच पर अनेक सेवाएं

उल्लेखनीय है कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत आयोजित शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों को एक ही स्थान पर अनेक विभागीय योजनाओं की जानकारी मिलने के साथ और फायदा भी हो रहा है। इससे न केवल सरकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो रहा है, बल्कि अंतिम छोर पर बसे नागरिकों तक शासन द्वारा चलाए जा रही योजनाएं भी त्वरित गति से पहुंच रही हैं।

प्रधान संपादक