जयपुर डिक्लेरेशन से मिलेगा संसाधन-कुशल सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा
जयपुर, 27 फरवरी – राजस्थान की राजधानी जयपुर 3 से 5 मार्च 2025 तक एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 12वें क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने प्रेस वार्ता के दौरान इस महत्वपूर्ण आयोजन की जानकारी दी।
यह फोरम ‘एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों और कार्बन तटस्थता प्राप्त करने की दिशा में सर्कुलर सोसायटियों को आकार देना’ विषय पर केंद्रित होगा। इस आयोजन में वैश्विक विशेषज्ञ और नीति-निर्माता एक साथ आएंगे, जो सर्कुलर इकोनॉमी और 3आर (रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल) के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए अपने विचार साझा करेंगे।
जयपुर डिक्लेरेशन: 2025-34 के लिए नया विजन

श्री साहू ने बताया कि इस फोरम का एक प्रमुख परिणाम ‘जयपुर डिक्लेरेशन’ होगा, जिसे समापन दिवस पर अपनाया जाएगा। यह 2025 से 2034 तक की अवधि के लिए एक दिशानिर्देश के रूप में कार्य करेगा, जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को लीनियर टेक-मेक-डिस्पोज मॉडल से सर्कुलर इकोनॉमी में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करेगा। यह डिक्लेरेशन हनोई डिक्लेरेशन (2013-23) पर आधारित होगा और यह एक स्वैच्छिक, गैर-बाध्यकारी समझौता रहेगा।

CITIIS 2.0 के तहत बिलासपुर को मिलेगा ₹100 करोड़ का फंड
फोरम के दौरान CITIIS 2.0 कार्यक्रम पर भी चर्चा हुई। श्री साहू ने बताया कि बिलासपुर (छत्तीसगढ़) भारत सरकार के साथ CITIIS 2.0 के तहत एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करेगा। इस योजना के तहत बिलासपुर को ₹100 करोड़ की व्यवहार्यता अंतर निधि (VGF) प्रदान की जाएगी, जिससे कुल ₹500 करोड़ से अधिक की परियोजनाएँ पूरी की जा सकेंगी। इस योजना में एकीकृत ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन के जरिए सर्कुलर इकोनॉमी को मजबूती देने पर जोर दिया जाएगा।

इंडिया पैवेलियन: भारत की उपलब्धियों की झलक
इस बार के फोरम की एक विशेषता ‘इंडिया पैवेलियन’ होगी, जिसमें 15 प्रमुख मंत्रालयों और राष्ट्रीय मिशनों की प्रदर्शनियाँ लगाई जाएँगी। यह पैवेलियन सतत विकास के लिए भारत की पहलों को प्रदर्शित करेगा और ‘मंत्री-स्तरीय संवाद’, ‘महापौर संवाद’ और ‘नीति संवाद’ जैसे सत्रों के माध्यम से ज्ञान साझा करने का एक प्रमुख मंच बनेगा।
भारत दूसरी बार कर रहा है फोरम की मेजबानी
UNCRD द्वारा 2009 में शुरू किए गए क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम का पिछला संस्करण 2023 में कंबोडिया में आयोजित हुआ था। भारत इससे पहले 2018 में इंदौर में 8वें फोरम की मेजबानी कर चुका है। इस बार जयपुर में आयोजित हो रहा यह फोरम पर्यावरणीय स्थिरता और संसाधन-कुशल अर्थव्यवस्था की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
प्रेस वार्ता में राजस्थान के नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के मंत्री श्री झाबर सिंह खर्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief