छत्तीसगढ़ ।बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में पिछले कुछ महीनों से बढ़ रही मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं पर निर्णायक कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो अंतरजिला चोर गिरोहों का पर्दाफाश किया है। साइबर सेल और जिले की पुलिस टीम की संयुक्त कार्रवाई में एक विधि से संघर्षरत बालक सहित कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से 10.80 लाख कीमती कुल 17 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं।
जिले में पार्किंग क्षेत्रों, सुनसान जगहों और घरों के बाहर खड़ी मोटरसाइकिलों की चोरी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। कुछ मामलों में तो पीड़ित बैंक या दुकान से कुछ ही मिनटों में लौटे और गाड़ी गायब मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आईपीएस भावना गुप्ता ने साइबर सेल को विशेष अभियान चलाकर आरोपियों की धरपकड़ करने के निर्देश दिए थे।
साइबर सेल की टीम ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई चोरी की घटनाओं के तकनीकी विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज के अध्ययन और मुखबिरों से प्राप्त जानकारी के आधार पर दोनों गिरोहों की पहचान की। टीम लंबे समय से आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रख रही थी।

एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि दोनों गिरोह वर्ष 2022 से लगातार मोटरसाइकिल चोरी में सक्रिय थे। आरोपी चोरी के बाद मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट बदल देते थे, इंजन और चेसिस नंबर को मिटाकर अलग-अलग क्षेत्रों में ग्राहकों को बेच देते थे। पहचान छुपाने के लिए मोटरसाइकिल का वाइजर मडगार्ड बदलते थे और उनमें किंग ऑफ हिरमी कातिल AK-47 जैसे नाम रेडियम से लिखवा देते थे।
आरोपियों ने बलौदाबाजार-भाटापारा व रायपुर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है। इनके खिलाफ भाटापारा ग्रामीण, भाटापारा शहर, रायपुर के गंज, सरस्वती नगर आदि थानों में पूर्व भी अपराध दर्ज हैं। पुलिस अब चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने वाले लोगों की भी पहचान कर रही है, जिनके विरुद्ध पृथक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में टिकेश्वर उर्फ राजा यादव, उम्र 20 वर्ष, निवासी ग्राम हिरमी थाना सुहेला योगेश यादव उर्फ सर्किट, उम्र 18 वर्ष, निवासी कुम्हार पारा रामसागर वार्ड, भाटापारा शहर भानु वर्मा, उम्र 19 वर्ष, निवासी ग्राम अर्जुनी थाना भाटापारा ग्रामीण और एक विधि से संघर्षरत बालक शामिल है ।पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर आज 06 दिसंबर 2025 को न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मामले की विवेचना जारी है।
प्रधान संपादक





