बिलासपुर। दीपावली के बाद मनाए जाने वाले छठ महापर्व की तैयारियां बिलासपुर में जोरों पर हैं। शहर का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध तोरवा छठ घाट इस बार भी आयोजन का मुख्य केंद्र रहेगा। शनिवार सुबह बिलासपुर की महापौर पूजा विधानी ने अपने अमले के साथ तोरवा छठ घाट पहुंचकर चल रही साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्धारित समय सीमा में सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

नगर निगम की ओर से इस वर्ष घाट की सफाई और व्यवस्था में विशेष पहल की जा रही है। प्रतिमा विसर्जन के बाद नदी में जमा गाद और अवशेषों को बड़ी मशीनों की मदद से हटाया जा रहा है। साथ ही घाट पर प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की तैयारियां भी की जा रही हैं।

निरीक्षण के दौरान मेयर पूजा विधानी ने कहा कि छठ महापर्व पवित्रता और स्वच्छता का प्रतीक है, इसलिए घाट की सफाई और पवित्रता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह पूरे वर्ष घाट की स्वच्छता बनी रहे, तो अरपा नदी को प्रदूषण से बचाया जा सकता है।
मेयर ने नदी में प्लास्टिक पॉलिथीन और अन्य अपशिष्ट सामग्री डाले जाने पर चिंता जताते हुए कहा कि भविष्य में नगर निगम यह सुनिश्चित करेगा कि इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगे। समिति की ओर से वर्षभर घाट पर स्थायी विद्युत व्यवस्था की मांग रखी गई, जिस पर महापौर ने सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया।
छठ पूजा समिति के पदाधिकारियों ने घाट के अंतिम छोर पर नदी तक रैंप बनवाने का प्रस्ताव भी रखा, ताकि प्रतिमाओं का विसर्जन नदी के मध्य में किया जा सके और घाट के अन्य हिस्से स्वच्छ रहें। मेयर ने इस सुझाव का समर्थन करते हुए कहा कि इसे एमआईसी में प्रस्ताव के रूप में रखा जाएगा और इस दिशा में जल्द कदम उठाया जाएगा।

मेयर ने भरोसा दिलाया कि नगर निगम द्वारा छठ महापर्व की तैयारियों में हर संभव सहयोग किया जाएगा और सभी कार्य समय पर पूरे कर लिए जाएंगे।
इस अवसर पर एमआईसी सदस्य श्याम साहू छठ पूजा समिति के पदाधिकारी डॉ. धर्मेंद्र कुमार दास अभय नारायण राय सुधीर झा आरपी सिंह रौशन सिंह एके कंठ धनंजय झा, पंकज सिंह जेपी सिंह हरिशंकर कुशवाहा रविंद्र सिंह परमेन्द्र सिंह ललितेश सिंह सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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