आरक्षक निलंबित, एसएसपी ने जांच के दिए आदेश
बिलासपुर। पचपेड़ी क्षेत्र में पदस्थ पुलिसकर्मियों द्वारा शराब कोचिए से धमकाकर डेढ़ लाख रुपये वसूलने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने इस संबंध में एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है, जिसके बाद एक आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

मानिकचौरी निवासी जोगी नायक गांव में चाय-नाश्ते की दुकान चलाता है। उसने आरोप लगाया कि पचपेड़ी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक हरवेंद्र खूंटे, आरक्षक गजपाल जांगड़े, अजय मधुकर और मुरीत बघेल ने उसे सरकारी क्वार्टर में बुलाकर 50 लीटर महुआ शराब के मामले में जेल भेजने की धमकी दी। जेल से बचने के एवज में उन्होंने दो लाख रुपये की मांग की। जोगी ने अपनी पत्नी रजनी को यह बात बताई। पति को जेल जाने से बचाने के लिए महिला ने जमीन गिरवी रखकर डेढ़ लाख रुपये की व्यवस्था की और पुलिस क्वार्टर पहुंचकर आरक्षक गजपाल को रुपये दे दिए। बाद में जोगी को घर भेज दिया गया। इसके बावजूद उसके खिलाफ 36(च) आबकारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया। पीड़ित ने गुरुवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर पूरे प्रकरण की शिकायत की और एक वीडियो भी सौंपा, जिसमें आरक्षक गजपाल रुपये गिनते नजर आ रहा है। वीडियो वायरल होते ही एसएसपी रजनेश सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरक्षक गजपाल जांगड़े को तत्काल निलंबित कर दिया।
एसएसपी ने डीएसपी हेडक्वार्टर को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी है। वहीं एएसपी अर्चना झा ने बताया कि जांच में अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका भी देखी जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए जाने पर प्रधान आरक्षक सहित अन्य आरक्षकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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