बिलासपुर। ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आयोजित कौशल विकास की पाठशाला का बुधवार को समापन हुआ। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कोनी, सेंदरी में चल रहे इस प्रशिक्षण में 35 प्रतिभागियों ने राज मिस्त्री और रानी मिस्त्री का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। समापन अवसर पर सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए।

कार्यक्रम में बताया गया कि प्रशिक्षित प्रतिभागियों को अब प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान निर्माण में पहली प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, उन्हें 1 लाख रुपये मूल्य के सेंटरिंग प्लेट कार्य के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ें। प्रशिक्षण की सबसे खास बात यह रही कि यह किसी सामान्य क्लासरूम में नहीं, बल्कि पीएम आवास योजना के तहत बन रहे मकानों में प्रायोगिक तौर पर आयोजित किया गया। इस नवाचार से प्रशिक्षुओं को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान मिला बल्कि नींव डालने से लेकर छत डालने तक का वास्तविक अनुभव भी प्राप्त हुआ। इससे उन्हें निर्माण कार्य की बारीकियों की गहन समझ विकसित करने में मदद मिली। संस्थान के संचालकों ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण से ग्रामीण युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे खुद का व्यवसाय शुरू करने में सक्षम होंगे। कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों की लगन की सराहना करते हुए कहा कि अब ये सभी प्रशिक्षु अपने गांवों में न केवल स्वरोजगार के अवसर बढ़ाएंगे, बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य में भी योगदान देंगे।
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