छत्तीसगढ़ ।कहते है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती आज बिलासपुर पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन के दौरान कुछ अच्छी तस्वीरे सामने आई वाक़ई तस्वीरे कुछ अलग कहानी बया कर रही थी नारी सशक्तिकरण की मिसाल थी ये तस्वीरे ।जो दृश्य देखने को मिला वो परंपरा के निर्वहन के साथ-साथ नारी शक्ति का अद्भुत प्रदर्शन दिखा ।जैसे ही महिला अधिकारियों ने शस्त्र उठाकर आकाश की ओर फायर किया पुलिस लाइन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। यह नज़ारा सभी के लिए गर्व और उत्साह से भरा हुआ था।
जिले में पदस्थ वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारियों में एएसपी अर्चना झा आईयूसीएडब्लू एएसपी गरिमा द्विवेदी डीएसपी हेड क्वार्टर रश्मीत कौर चावला और एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय ने न केवल विधि-विधान से शस्त्रों की पूजा अर्चना की, बल्कि परंपरा के अनुरूप हर्ष फायरिंग कर महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की।
इस अवसर पर मौजूद एसएसपी रजनेश सिंह और एएसपी सीएसपी सहित अन्य अधिकारियों और जवानों ने कहा कि यह दृश्य सिर्फ परंपरा का हिस्सा ही नहीं बल्कि एक मजबूत संदेश भी है कि आज बहनें-बेटियाँ हर क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं।
महिला सशक्तिकरण का संदेश

इस आयोजन ने उन सभी बेटियों को प्रेरणा दी है जो पुलिस सेवा में आने का सपना देखती हैं। यह साबित करता है कि अब महिलाएँ सिर्फ परिवार और समाज में ही नहीं बल्कि पुलिस प्रशासन जैसे जिम्मेदार और चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में भी शक्ति और अदम्य साहस का परिचय दे रही हैं।
क्या कहा एसएसपी रजनेश सिंह ने

इस अवसर पर एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि शस्त्र पूजन में महिला अधिकारियों की भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि आने वाला कल नारी शक्ति का है। यह दृश्य हर उस युवती के लिए प्रेरणा है जो दृढ़ संकल्प और मेहनत से पुलिस की वर्दी पहनकर देश-प्रदेश की सेवा करना चाहती है।यही नहीं आज का दृश्य देखकर तो यही कहा जा सकता है कि महिलाएँ आज साहस और जिम्मेदारी के हर मोर्चे पर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं।

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