बिलासपुर। एसईसीएल में अनुकंपा नियुक्ति पाने के लिए बिलासपुर जिले के मल्हार क्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां ससुराल पक्ष ने महिला और उसकी बेटी की हत्या कराने पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी। सुपारी लेकर पहुंचे हमलावरों ने मां-बेटी पर लाठी से जानलेवा हमला कर दिया। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बेटी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें हमलावरों के साथ-साथ साजिश रचने वाले देवर और नंदोई भी शामिल हैं।

मल्हार चौकी प्रभारी एसआई ओंकारधर दीवान ने बताया कि खईयापारा निवासी सतरूपा श्रीवास गृहिणी हैं। वे अपनी बेटी बृहस्पति श्रीवास के साथ रहती हैं। शुक्रवार, 26 सितंबर की सुबह सतरूपा घर के पीछे के दरवाजे से बाहर जा रही थीं। तभी दो नकाबपोश बदमाशों ने लाठी से उन पर हमला कर दिया। उनकी चीख सुनकर बेटी बृहस्पति दौड़ी तो हमलावरों ने उस पर भी हमला किया। मां-बेटी के शोर मचाने पर पड़ोसी वहां पहुंचने लगे, जिससे आरोपी भाग निकले। घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
अनुकंपा नियुक्ति को लेकर चली साजिश
पुलिस की जांच में पता चला कि सतरूपा के पति तारकेश्वर श्रीवास एसईसीएल में नौकरी करते थे। उनकी मौत के बाद सतरूपा और उनकी बेटी को पेंशन और अनुकंपा नियुक्ति का हक मिला। लेकिन ससुराल पक्ष की नजर इस नियुक्ति पर थी। इसी वजह से सतरूपा के देवर विष्णु प्रसाद श्रीवास और नंदोई कृष्ण कुमार श्रीवास ने हत्या की साजिश रची। उन्होंने तनौद निवासी नूतन कर्ष और टेकराम केंवट को मां-बेटी की हत्या करने के लिए पांच लाख रुपये की सुपारी दी थी।
चार महीने पहले बना प्लान
पूछताछ में सामने आया कि करीब चार महीने पहले इस हत्या की योजना बनाई गई थी। सतरूपा पति की मौत के बाद ससुराल न जाकर अपने मायके में रह रही थीं। इससे उनके देवर और नंदोई नाराज थे। उन्होंने किसी भी तरह अनुकंपा नियुक्ति हासिल करने की ठानी और योजना बनाकर सुपारी किलरों को तैयार किया।
पहले दिन भीड़ देख वापस लौटे
पुलिस ने बताया कि 25 सितंबर की शाम आरोपी मल्हार पहुंचे थे। उस समय सतरूपा के घर के सामने दुर्गा पंडाल होने से भीड़भाड़ थी। इसे देखकर आरोपी योजना को अंजाम नहीं दे सके और वापस लौट गए। वे पास के जोंधरा गांव में ढाबे में शराब पीने और खाना खाने के बाद देर रात दोबारा लौटे। कृष्ण कुमार और विष्णु मुख्य मार्ग पर रुक गए जबकि नूतन और टेकराम घर की ओर बढ़े।
छत पर बैठकर मौके का इंतजार करते रहे
बताया गया कि दोनों हमलावर आधी रात को घर के छज्जे के सहारे छत पर चढ़ गए और मां-बेटी के जागने का इंतजार करते रहे। सुबह करीब पांच बजे सतरूपा जैसे ही आंगन में आईं, उन पर हमला कर दिया गया। बेटी बृहस्पति के पहुंचने पर उस पर भी वार किया गया। हालांकि मां-बेटी के चीखने और पड़ोसियों के जुटने पर वे भाग निकले। इसके बाद दोनों मुख्य मार्ग तक पहुंचे जहां साजिशकर्ताओं की बाइक पर बैठकर फरार हो गए।
पुलिस ने चारों को किया गिरफ्तार
जांच के दौरान मिले सबूतों और पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें देवर विष्णु प्रसाद श्रीवास, नंदोई कृष्ण कुमार श्रीवास तथा हमलावर नूतन कर्ष और टेकराम केंवट शामिल हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ हत्या के प्रयास और साजिश रचने की धाराओं में अपराध दर्ज किया है।

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