बिलासपुर। बिल्हा क्षेत्र के दगोरी स्थित नोवा स्टील प्लांट में चोरी की बड़ी वारदात को सुरक्षा गार्ड की सतर्कता से टाल दिया गया। यहां काम करने वाले जेसीबी आपरेटर ने अपने दो साथियों को चोरी करने के लिए बुलाया था। आरोपी लोहे और तांबे का सामान लेकर भागने की फिराक में थे, लेकिन गार्ड की नजर पड़ते ही उन्हें चोरी का सामान छोड़कर भागना पड़ा। घबराए युवक भागते हुए नदी की धार में कूद गए, तेज बहाव के कारण किनारे पर लौटना पड़ा और आखिरकार गार्ड ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

डीएसपी डीआर टंडन ने बताया कि स्टील प्लांट के सिक्योरिटी ऑफिसर हीरामणी ज्वाले ने थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि बुधवार की रात ड्यूटी के दौरान कुछ युवक प्लांट की दीवार फांदकर सामान बाहर निकाल रहे थे। जब उन्हें आवाज लगाकर रोकने की कोशिश की गई तो वे चोरी का सामान वहीं छोड़कर भाग खड़े हुए। सुरक्षा गार्ड ने उनका पीछा किया तो युवक नदी में कूदकर छिपने की कोशिश करने लगे। पानी का बहाव तेज होने से वे आगे नहीं जा पाए और किनारे पर लौट आए। मौके पर मौजूद गार्ड और सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में पकड़े गए युवकों ने अपना नाम राहुल निषाद (23) और पुनीत निषाद (25), निवासी दगोरी बताया। दोनों ने पुलिस को बताया कि चोरी की योजना प्लांट के जेसीबी आपरेटर सालिगराम ध्रुव ने बनाई थी। उसी ने उन्हें चोरी के लिए बुलाया और लोहे व तांबे का सामान निकालने का रास्ता भी बताया था। युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने जेसीबी आपरेटर सालिगराम ध्रुव को भी गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपितों को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में आगे की जांच जारी है और आरोपितों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी जानकारी जुटाई जा रही है।

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