बिलासपुर। बिल्हा के डोडकीभाठा ओडिया मोहल्ला में मंगलवार की सुबह गोहत्या की सूचना पर पहुंचे गोरक्षा दल के सदस्यों पर जानलेवा हमला हो गया। इस हमले में गोरक्षा दल के चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह उन्हें बचाया। इधर घटना की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन टीम देर से पहुंची। तब तक मोहल्ले के लोग गोमांस को हटा चुके थे। हालांकि पुलिस ने कुछ गोमांस जब्त किया और तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।

गोरक्षा दल के सदस्यों ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि डोडकीभाठा मोहल्ले में गोहत्या कर मांस बेचने की तैयारी की जा रही है। इस पर वे मौके पर पहुंचे तो एक महिला को गोमांस काटते देखा। जैसे ही मोहल्लेवासियों को उनकी मौजूदगी का पता चला, उन्होंने गोरक्षा दल पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में चार सदस्य लहूलुहान हो गए। गोरक्षा दल का कहना है कि उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस समय पर नहीं पहुंची। हमले के बाद गोरक्षा दल के सदस्य किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकले। वहीं, पुलिस टीम देरी से पहुंची और तब तक स्थिति बिगड़ चुकी थी। मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने हालात को नियंत्रित किया और कुछ देर बाद अधिकारी भी पहुंचे। इसके बाद तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। गोरक्षा दल ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि समय रहते कार्रवाई की जाती तो उनके साथी खून से लथपथ न होते। उनका कहना है कि पुलिस ने सूचना को गंभीरता से नहीं लिया और टरकाती रही। इससे आरोपियों के हौसले और बुलंद हुए और हमला बढ़ता चला गया।
फिलहाल पुलिस ने जब्त गोमांस को सुरक्षित रखा है, इसे जांच के लिए भेजा जाएगा। हिरासत में लिए गए तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने दावा किया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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