बिलासपुर। कुटुंब न्यायालय में सोमवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एक पारिवारिक विवाद की सुनवाई के दौरान पति-पत्नी आपस में भिड़ गए। पत्नी ने पति को धक्का दे दिया, जिससे वह गिरकर लहूलुहान हो गया। घटना मजिस्ट्रेट के सामने हुई, जिसके बाद कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई और सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठने लगे।

तिफरा निवासी जे. शिवशंकर राव ने बताया कि वह कानून की पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि उनकी पत्नी ए. संध्या राव अधिवक्ता हैं। दोनों के बीच पारिवारिक विवाद को लेकर कुटुंब न्यायालय में मामला चल रहा है। सोमवार को सुनवाई के दौरान पति ने मजिस्ट्रेट के सामने पत्नी से घर चलकर साथ रहने की जिद की। इस दौरान उसने पत्नी का हाथ पकड़ लिया। पत्नी ने हाथ छुड़ाते हुए साफ इंकार किया और धक्का दे दिया। अचानक धक्का लगने से युवक का सिर पास में रखी वस्तु से टकरा गया, जिससे वह लहूलुहान होकर बेहोश हो गया। कोर्ट में उपस्थित कर्मचारी घायल को देखकर तुरंत हरकत में आए और पुलिस को सूचना दी। सिविल लाइन पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युवक को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। गौरतलब है कि कुटुंब न्यायालय परिसर में इससे पहले भी मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले ही अधिवक्ता और पक्षकार के बीच फीस विवाद को लेकर हाथापाई हुई थी। इसके अलावा, पक्षकारों के बीच कहासुनी और मारपीट के मामले भी सामने आते रहे हैं। इन घटनाओं के चलते कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। सोमवार को मजिस्ट्रेट के सामने हुए विवाद ने एक बार फिर सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है।

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