बिलासपुर। बलौदाबाजार जिले के बिटकुली गांव से मरहीमाता मंदिर दर्शन के लिए आए ध्रुव परिवार के लिए सोमवार का दिन मातम में बदल गया। दर्शन कर लौटते समय परिवार के छह सदस्य उफनते नाले के तेज बहाव में बह गए। इनमें से तीन मासूम बच्चों की लाश बरामद कर ली गई है, जबकि एक व्यक्ति अब भी लापता है। हादसे के बाद परिवार और गांव में मातम पसरा हुआ है।

बेलगहना चौकी में पहुंचे परिजन
डीएसपी नुपूर उपाध्याय ने बताया कि बिटकुली से ध्रुव परिवार के लोग बस लेकर भनवारटंक स्थित मरहीमाता मंदिर दर्शन करने पहुंचे थे। मंदिर में पूजा-अर्चना और भोजन के बाद सभी लोग वापस लौट रहे थे। इस दौरान जंगल में हुई तेज बारिश से मंदिर के पास स्थित बरसाती नाले का बहाव अचानक बढ़ गया और पुलिया के ऊपर से पानी गुजरने लगा। स्थिति को देखते हुए बस ड्राइवर ने यात्रियों को खतरे की जानकारी दी और बस को पार कराने के बजाय उन्हें पैदल पुलिया पार करने की सलाह दी। इसी दौरान ध्रुव परिवार के छह सदस्य पानी की धारा में बह गए। परिवार और ग्रामीणों की मदद से दो लोगों को किसी तरह बचा लिया गया। वहीं, मितांश ध्रुव (5) और गौरी ध्रुव (13) निवासी बिटकुली तथा मुस्कान ध्रुव (12) निवासी परसदा, बिलासपुर का शव नाले से बरामद कर लिया गया। जबकि बलराम ध्रुव (45) निवासी परसदा, बिलासपुर का देर रात तक कुछ पता नहीं चल सका। परिजन और ग्रामीणों ने खोजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने एसडीआरएफ को सूचना दी। देर रात एसडीआरएफ की टीम भनवारटंक रवाना हुई। बरामद शवों को कोटा स्थित चीरघर में रखवाया गया है। हादसे के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। खासकर महिलाओं की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया। तीन शवों को बाहर निकाल लेने के बाद महिलाओं को घर भेज दिया गया। वहीं, बलराम की तलाश देर रात तक जारी रही। पुलिस का कहना है कि मंगलवार को तीनों मासूमों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
गांव से पहुंचे लोग, परिवार वालों को संभाला
इस बीच हादसे की खबर सुनते ही बिटकुली और परसदा से बड़ी संख्या में लोग भनवारटंक पहुंच गए। नाले के पास लोगों की भीड़ लगी रही।
इधर, बारिश और तेज बहाव के कारण तलाशी अभियान में रुकावट आ रही है। भनवारटंक का नाला बरसाती है, जिसमें जंगल का पानी आता है। लगातार हो रही बारिश से बहाव और तेज हो गया है। यही वजह है कि एसडीआरएफ और पुलिस की टीमों को तलाश में कठिनाई हो रही है। फिर भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

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