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September 7, 2025 2:41 pm

सेना की फर्जी आइकार्ड दिखाकर कर रहे थे गांजा की तस्करी, दो गिरफ्तार

बिलासपुर। एसीसीयू और सिविल लाइन पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए गांजा की तस्करी कर रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपित पुलिस को गुमराह करने के लिए सेना का फर्जी पहचान पत्र दिखा रहा था। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 21 किलो गांजा जब्त किया है। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट और कूटरचना का अपराध दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।



सीएसपी निमितेष सिंह ने बताया कि एसीसीयू को सूचना मिली थी कि उसलापुर स्टेशन के पास दो युवक संदिग्ध हालत में घूम रहे हैं। इस पर सिविल लाइन पुलिस के साथ घेराबंदी की गई। पुलिस को देखकर युवक भागने लगे, लेकिन टीम ने रूपेश सिंह (25) निवासी प्रयागराज और विनोद कुमार सिंह (38) निवासी प्रतापगढ़, उत्तरप्रदेश को पकड़ लिया। जांच के दौरान रूपेश सिंह सेना का जवान बताकर फर्जी आइकार्ड दिखा रहा था। तलाशी में उसके पास से गांजा बरामद हुआ।
मस्तूरी पुलिस ने उड़िसा के सप्लायर को किया गिरफ्तार
नशे के कारोबार की कड़ियों को तोड़ने के लिए पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ। एक जुलाई को सीपत के पंधी गांव से नीरज वर्मा उर्फ मोनू को 20 किलो गांजा के साथ पकड़ा गया था। उसकी निशानदेही पर भागा हुआ साथी अदीप उर्फ टेंगना और सप्लायर विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि उड़िसा के सुभर्नापुर जिले के अकुजा महानंद से गांजा मंगाया जा रहा था। पुलिस ने दबिश देकर अकुजा को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
तस्करों की संपत्ति हो रही जब्त
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर नशे के कारोबार की इंड टू इंड जांच की जा रही है, जिसमें सप्लायर से लेकर कोरियर और उपभोक्ता तक पर कार्रवाई की जा रही है। अब तक जिले में नशे से कमाई गई सात करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर मुंबई स्थित सफेमा कोर्ट की अनुमति से आगे की कार्रवाई की जा रही है।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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