बिलासपुर ।ज़िला कांग्रेस कमेटी शहर-ग्रामीण द्वारा कांग्रेस भवन में शहीद महेंद्र कर्मा की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर उनके छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि शहीद महेंद्र कर्मा ने बस्तर के आदिवासियों की सुरक्षा और विकास के लिए निर्णायक संघर्ष किया। उन्होंने शोषण और अत्याचार के खिलाफ आवाज़ बुलंद की। आदिवासी समाज को नक्सलियों द्वारा गुमराह किए जाने अपहरण कर जबरन नक्सली बनाए जाने और उनकी हत्याओं के विरोध में उन्होंने 2005 में सलवा जुडूम आंदोलन की शुरुआत की।
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि सलवा जुडूम के चलते नक्सल आंदोलन को गहरा आघात पहुँचा और महेंद्र कर्मा नक्सलियों की हिट लिस्ट में आ गए। 2013 में झीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हुए नक्सली हमले में महेंद्र कर्मा सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शहीद हो गए।
संयोजक ज़फर अली और हरीश तिवारी ने कहा कि महेंद्र कर्मा का जन्म 5 अगस्त 1950 को एक राजनीतिक परिवार में हुआ था। उच्च शिक्षा के उपरांत उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और 1980 में पहली बार सीपीआई से विधायक चुने गए। वे प्रथम ज़िला पंचायत अध्यक्ष निर्दलीय सांसद और बाद में दिग्विजय सिंह व अजीत जोगी सरकारों में मंत्री बने। 2004 से 2009 तक वे नेता प्रतिपक्ष के रूप में सक्रिय रहे।
नेताओं ने उन्हें आदिवासियों का मसीहा बताते हुए कहा कि 2013 की घटना सुरक्षा में भारी चूक का परिणाम थी, जिसमें महेंद्र कर्मा समेत कांग्रेस की शीर्ष नेतृत्व को खोना पड़ा।
इस अवसर पर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, संयोजक ज़फर अली हरीश तिवारी जितेंद्र पांडेय स्वर्णा शुक्ला सुभाष ठाकुर हेमंत दिघरस्कर सुरेंद्र तिवारी गौरव एरी हैरी डेनिएल योगेश सोनी असीम दास सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।उक्त जानकारी ऋषि पांडेय प्रवक्ता शहर कांग्रेस कमेटी ने दी ।

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