बिलासपुर।जिला कांग्रेस कमेटी शहर-ग्रामीण द्वारा अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल की जयंती के अवसर पर कांग्रेस भवन में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं ने दोनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि विद्याचरण शुक्ल जिन्हें स्नेहपूर्वक विद्या भइया कहा जाता था ने भारतीय राजनीति में एक लंबा और निर्णायक सफर तय किया। वे 9 बार सांसद चुने गए अनेक महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्रालयों का दायित्व संभाला और नरसिम्हा राव सरकार में संकटमोचक की भूमिका निभाई। उनके जीवन में कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव आए, एक समय कांग्रेस से अलग भी होना पड़ा लेकिन अंततः उन्होंने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में भाग लेते हुए झीरम घाटी नक्सली हमले में 2013 में शहादत दी।
कार्यक्रम के संयोजक ज़फ़र अली एवं हरीश तिवारी ने कहा कि पं. रविशंकर शुक्ल न केवल अविभाजित मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे, बल्कि सीपी बरार के मुख्यमंत्री 1946-1956 और बाद में नवगठित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री 1956 के रूप में भी ऐतिहासिक योगदान दिया। भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना को उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जाता है। वे एक शिक्षाविद्, बैरिस्टर और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे। 31 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनका निधन हुआ।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से शहर अध्यक्ष विजय पांडेय संयोजक ज़फ़र अली हरीश तिवारी त्रिभुवन कश्यप शिवा मिश्रा,
विनोद साहू सीमा घृतेश स्वर्णा शुक्ला प्रियंका यादव रामदुलारे रजक मोह. अयूब वीरेंद्र सारथी सुनील पांडेय सुभाष ठाकुर हेरि डेनिएल कमलेश लवहतरे संतोष पिप्पलवा मनोज सिंह राकेश बंजारे दीपक रायचेलवार रेखेन्द्र तिवारी गौरव एरी गजानन्द साहू राजीव साहू सुरेंद्र तिवारी विष्णु तिवारी गणेश रजक सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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