नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। शहर की एक अधिवक्ता से जालसाजों ने एप इंस्टाल कराकर 62 हजार रुपये की साइबर ठगी कर ली। अधिवक्ता के खाते से फोन-पे के जरिए रकम ट्रांसफर कर ली गई। इस मामले में पीड़िता ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, तिलक नगर निवासी अधिवक्ता रेणुका दिघ्रस्कर (50) ने हाल ही में अपनी भाभी अंजली यादवाड, जो पुणे में रहती हैं, को कपड़े, पर्स और राखी का पार्सल भेजा था। पार्सल डिलवरी को लेकर अंजली के मोबाइल पर मैसेज आया कि डिलवरी हो चुकी है, जबकि उन्हें कोई डिलवरी नहीं मिली थी। अंजली ने यह जानकारी रेणुका को दी। इसके बाद अधिवक्ता ने तिलक नगर और सरकंडा स्थित कुरियर ब्रांच से संपर्क किया। कर्मचारियों ने बताया कि पार्सल अंजली के ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट ने रिसीव किया है, जबकि अंजली के कार्यालय में कोई रिसेप्शनिस्ट नहीं है, केवल सिक्योरिटी गार्ड है जिसने कोई पार्सल नहीं लिया।
इसके बाद अधिवक्ता ने गूगल से कुरियर कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकालकर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। थोड़ी देर बाद उसी नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर का कर्मचारी बताते हुए जानकारी ली और एक एप डाउनलोड करने को कहा। उसने एप से संबंधित सभी परमिशन एलाउ करने को भी कहा। फिर भाभी के नंबर पर 10 रुपये भेजने को कहा, ताकि “प्रक्रिया पूरी की जा सके।”
जैसे ही अधिवक्ता ने ट्रांजेक्शन किया, उनका मोबाइल हैक हो गया। कुछ देर बाद उन्हें पता चला कि फोन-पे के माध्यम से उनके खाते से 62 हजार रुपये निकाल लिए गए हैं। इस धोखाधड़ी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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