जशपुर। साइबर ठगी के नए तरीकों पर नजर रखते हुए पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। किराए पर बैंक खाता देकर ठगी में मदद करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी के खाते से ठगी के एक लाख रुपये इधर उधर किए गए थे।
ल एएसपी अनिल सोनी ने बताया कि महाराष्ट्र बैंक के एक खाते में संदिग्ध लेनदेन की जानकारी मिली थी। जांच में सामने आया कि खाता गिरांग निवासी सुभाष केरकेट्टा के नाम पर था। जब पुलिस ने सुभाष से पूछताछ की तो उसने बताया कि एक साल पहले उसने यह खाता खुलवाया था और उसका एटीएम कार्ड अपने रिश्ते के चाचा नीरज रतन टोप्पो निवासी ग्राम कोपा, थाना सन्ना को दे दिया था। इसके बदले नीरज ने उसे कुछ रुपये दिए थे। आगे की जांच में पता चला कि नीरज ने यह खाता और एटीएम किसी अज्ञात व्यक्ति को रांची भेजा था, जिससे वह केवल मोबाइल फोन पर संपर्क में था। इसी खाते में साइबर ठगी से मिले एक लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है। दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(2), 318(4) व 61(2) के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
साइबर अपराधियों पर है पुलिस की नजर: एसएसपी शशि मोहन सिंह

एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि म्यूल खातों पर पुलिस की नजर लगातार बनी हुई है। जिले में पहले भी दुलदुला, कुनकुरी और पत्थलगांव थानों में ऐसे मामलों में कार्रवाई हो चुकी है। उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि लालच में आकर अपना बैंक खाता किसी को न दें, अन्यथा वे भी अपराध के भागीदार बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर टीम की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई से यह मामला सामने आया है। पुलिस अब इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों और मुख्य साइबर ठगों तक पहुंचने के लिए जांच को आगे बढ़ा रही है।

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