बिलासपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने संगठन के नजरिए से छत्तीसगढ़ को 41 जिला संगठन में विभाजित किया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने संगठन में व्यापक स्तर पर बदलाव के लिए सृजन अभियान की शुरुआत कर दी है। सृजन के जरिए आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ सहित कांग्रेस के संगठन में देशभर में बड़ा बदलाव नजर आएगा। प्रदेश के सभी 41 जिला संगठनों में नए चेहरे नजर आएंगे। नए चेहरे के भरोसे वर्ष 2028 का विधानसभा और उसके बाद लोकसभा के चुनाव की वैतरणी पार की जाएगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सृजन अभियान और संगठन के सृजनात्मकता की ओर अग्रसर होने से प्रदेश कांग्रेस में बड़ा बदलाव होना तय है। ब्लाक से लेकर जिला और प्रदेश स्तर पर संगठन में नए लोग दिखाई देंगे। प्रदेश के सभी 41 जिला संगठनों में बड़े स्तर पर संगठनात्मक सर्जरी की तैयारी शुरू हो गई है। राहुल के सृजन माडल पर बदलाव के दौर में गुटीय राजनीति पर भरोसा रखने वालों के लिए बुरी खबर ये कि ना तो लाबिंग चलेगी और ना ही गुटीय राजनीति की परछाई ही दिखाई देगी। दूसरे राज्यों से पर्यवेक्षकों की टीम छत्तीसगढ़ आएगी। आब्जर्वर वरिष्ठ नेताओं के अलावा युवाओं से सलाह मशविरा करेंगे। आम कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी मन की बात जानने की कोशिश करेंगे। यह भी तय है कि जिला व ब्लाक संगठनों में पदाधिकारियों की नियुक्ति में इस बार ना तो प्रेशर पालिटिक्स चलेगा और ना ही कुछ और। संगठन चलाने के लिए क्षमतावान चेहरे की तलाश आब्जर्वर करेंगे। यह भी तय है कि जब देश के अन्य राज्यों से पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ आएंगे तो छत्तीसगढ़ से भी चुनिंदा नेताओं को पर्यवेक्षक बनाकर दूसरे राज्यों में भेजा जाएगा। कुछ एक नाम तो अभी से ही तय कर लिए गए हैं। उन्हें जल्द ही राज्यों की जिम्मेदारी देकर भेजा जाएगा।
राहुल गांधी के सृजन माडल के दौर में यह भी तय है कि हाल ही में प्रदेश से लेकर जिला संगठनों में जिनकी नियुक्ति की है,उनको भी हटा दिया जाएगा। प्रदेश के सभी 41 जिला संगठनों में नए सिरे से पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।
ब्लाक स्तर में अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद जिला संगठनों में बड़ा बदलाव होगा। जिला संगठन में अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद प्रदेश संगठन को दुरुस्त करने की तैयारी शुरू होगी। ब्लाक से लेकर प्रदेश स्तर तक सृजन अभियान का जोर दिखाई देगा।

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