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December 8, 2025 12:08 am

मां-बाप की डांट से नाराज होकर घर से भागीं छात्राएं, गुपचुप बेचकर कमाने का था इरादा

बिलासपुर। मुंगेली जिले के पथरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत पेठुलकापा गांव की चार छात्राएं मां-बाप की डांट से नाराज होकर घर से भाग गईं। शुक्रवार की शाम स्कूल से घर नहीं लौटने पर परिजन चिंतित हो गए और रात में पथरिया थाना पहुंचकर गुमशुदगी की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। एसपी भोजराम पटेल खुद पथरिया पहुंचे और रातभर अभियान की मॉनिटरिंग करते रहे। आखिरकार शनिवार की सुबह चारों छात्राएं बिलासपुर बस स्टैंड के पास सकुशल मिल गईं। पूछताछ में पता चला है कि पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली इन छात्राओं की योजना गुपचुप-चाट बेचकर पैसे कमाने की थी।



थाना प्रभारी आरएल चंद्रा ने बताया कि छात्राओं के गायब होने की सूचना मिलते ही जिले की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी गई और छात्राओं की तस्वीरें आसपास के जिलों में भेजी गईं। साइबर सेल को भी अलर्ट कर दिया गया। इधर बिलासपुर पुलिस की टीम रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य संभावित स्थानों में रातभर तलाश करती रही। ऑटो चालकों को भी तस्वीरें देकर सतर्क किया गया। सुबह एक ऑटो चालक ने जानकारी दी कि उसने चार बच्चियों को बस स्टैंड तक छोड़ा है। इस सूचना पर पुलिस की टीम तत्काल वहां पहुंच गई और छात्राओं को बरामद किया। पूछताछ में छात्राओं ने पहले कहानी गढ़ी कि उन्हें एक नकाबपोश कार से रोहरा तक ले गया और वहां से एक ऑटो वाला उन्हें बिलासपुर लाया। परंतु जांच में पता चला कि छात्राएं खुद ही पैदल रोहरा पहुंची थीं और वहां से एक ऑटो वाले को 500 रुपये में बिलासपुर चलने के लिए राजी कर लिया। वे एक सहेली के रिश्तेदार के घर रुकने वाली थीं, लेकिन पता भूल जाने पर रातभर ऑटो चालक के घर ही रहीं। सुबह वह उन्हें बस स्टैंड पर छोड़ने आया था, तभी दूसरे ऑटो चालकों ने बच्चियों को रोका और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद मुंगेली पुलिस की टीम वहां पहुंच गई। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि बच्चियों के पास कुल 1200 रुपये थे, जिन्हें वे अपने-अपने घर से लेकर भागी थीं। उन्होंने बताया कि शहर में गुपचुप बेचने का उनका प्लान था, जिससे वे कमाई कर सकें और घर न लौटना पड़े। इधर छात्राओं के लापता होने की खबर मिलते ही कांग्रेस नेता व जिला अध्यक्ष घनश्याम वर्मा को परिजनों ने सूचित किया। वे रात में ही पथरिया थाने पहुंचे और एसपी को स्थिति से अवगत कराया। इसके बाद एसपी स्वयं मौके पर पहुंचे और पूरे अभियान की निगरानी की। वर्मा और उनकी टीम भी रातभर हाईवे पर बच्चियों की तलाश में जुटी रही।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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