बिलासपुर। आज विश्व पर्यावरण दिवस है। पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एसईसीएल ने एक शिक्षा परक वीडियो बनाया है। इस वीडियो में पर्यावरण का संदेश देते हुए एसईसीएल द्वारा किए जा रहे कार्य,खासकर पौधारोपण की दिशा में हरित क्रांति की अलख जगाने वाले काम को ना केवल बताया है साथ ही इस दिशा में किए जाने वाले काम को भी दिखाया है।
प्रकृति हमारी जीवन दायिनी है, हमारी शक्ति है और इससे बढ़कर हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पहचान भी। धरती को सहेजने, संवारने और इससे भी बढ़कर सुरक्षित और संरक्षित रखने का संदेश देने वाला यह वीडिया पर्यावरण दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। एसईसीएल हरियाली बिछाने के साथ ही लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने और एक पेड़ लगाने और उसे सुरक्षित रखने की अपील भी लोगों से कर रहा है। इस वीडियो की खास बात ये कि एसईसीएल ना केवल पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने करने का संदेश दे रहा है,इससे भी बढ़कर इस दिशा में किए जाने वाले कार्य को भी वीडियो के माध्यम से लोगों के सामने रखा है।
बढ़ते औद्योगिकीकरण के बीच एसईसीएल का एक ही नारा है और एकमात्र उद्देश्य, धरती को सहेजने,हरियाली को बढ़ाने और भावी पीढ़ी को संवारना। एसईसीएल का यह केवल नारा नहीं है,संकल्प को पूरा कर दिखा भी रहा है। मियावाकी तकनीक से हरियाली बिछाने और जंगल बनाने का काम किया जा रहा है।

कोल उत्खनन के बाद अनुपयोगी कोल खदानों को इको और टूरिज्म के नजरिए से विकसित भी कर रहे हैं। अनुपयोगी खदानों के आसपास हरियाली बिछाने का काम किया जा रहा है। इसे पर्यावरण के अनुकूल और पर्यटन के नजरिए से विकसित किया जा रहा है। एसईसीएल ने नारा दिया है एक-एक कदम,एक-एक वृक्ष।
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