जशपुर। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन शंखनाद के तहत पशु तस्करी के एक लंबे समय से फरार को आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए गांव आया था। वह फरार होता इससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी जशपुर जिले के मनोरा, सिटी कोतवाली और कुनकुरी थाना क्षेत्रों में दर्ज चार अलग-अलग मामलों में शामिल था।
एएसपी अनिल सोनी ने बताया कि , 16 नवंबर 2024 को मनोरा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग सात गौवंशों को बेरहमी से पीटते हुए झारखंड ले जा रहे हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर मवेशियों को मुक्त कराया, लेकिन तस्कर जंगल का फायदा उठाकर फरार हो गए थे। इसी तरह 19 जनवरी और 26 अप्रैल 2025 को सिटी कोतवाली पुलिस ने दो अलग-अलग कार्रवाइयों में 10 गौवंशों को तस्करों से छुड़ाया था। इन सभी मामलों में दिलीप महतो का नाम सामने आया था, जिसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। 31 मई को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी दिलीप जशपुर बस स्टैंड के पास देखा गया है। इस पर मनोरा चौकी और सिटी कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वारदात के बाद वह मुंबई भाग गया था और हाल ही में अपने गांव गोविंदपुर गुमला, झारखंड एक शादी समारोह में शामिल होने आया था। आरोपी वर्ष 2023 में थाना कुनकुरी में दर्ज एक अन्य पशु तस्करी के मामले में भी शामिल पाया गया। दिलीप के खिलाफ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम व पशु क्रूरता अधिनियम की धाराओं के तहत अपराध दर्ज हैं। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है।
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