बिलासपुर। कोटा के बिजली सब स्टेशन में पदस्थ सहायक अभियंता (एई) गजेंद्रनाथ सोनी पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर वहां कार्यरत ऑपरेटर से जबरन 11 हजार रुपये वसूलने और नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ने का दबाव बनाने का आरोप है। नौकरी से निकालने की धमकी से परेशान होकर ऑपरेटर ने 20 मई को पेट्रोल पी लिया। हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद पीड़ित ने कोटा थाने में एई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कोटा क्षेत्र के सल्का नवागांव निवासी ओमप्रकाश जायसवाल(33) कोटा के बिजली सब स्टेशन में ऑपरेटर हैं। उनका आरोप है कि वहां कार्यरत एई गजेंद्रनाथ सोनी एक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से जुड़े हुए हैं और उसी के उत्पादों की बिक्री कर रहे हैं। ऑपरेटर के अनुसार, एक दिन एई उसकी बिल्लीबंद स्थित दुकान पर पहुंचे और हर्बल दवाओं के फायदे गिनाते हुए 11 हजार रुपये की दवा खरीदने का दबाव बनाने लगे। इंकार करने पर उन्होंने जबरन पैसे ले लिए और दवाएं थमा दीं। इसके बाद एई लगातार उस पर और उत्पाद खरीदने के लिए दबाव डालते रहे। जब पीड़ित ने दोबारा मना किया तो दिसंबर 2024 में आरोपी ने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। यही नहीं, उन्होंने नौकरी से निकालवाने की भी धमकी दी, जिससे मानसिक रूप से परेशान होकर ओमप्रकाश ड्यूटी के दौरान 20 मई को पेट्रोल पी गया। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वस्थ होने के बाद उसने कोटा थाना पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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