बिलासपुर। कोटा थाना क्षेत्र स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल में फीस घोटाले का मामला सामने आया है। स्कूल में कार्यरत एकाउंटेंट ने बच्चों की फीस की राशि अपने निजी खाते में जमा कर ली और स्कूल आना बंद कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोटा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।

कोटा थाना प्रभारी तोपसिंह नवरंग ने बताया कि जाशिल एसएम जेहान (39 वर्ष), निवासी मध्यनगरी चौक, स्कूल में एकाउंटेंट के पद पर कार्यरत था। अभिभावकों से वह फीस के रूप में नकद या ऑनलाइन राशि लेकर अपने खाते में जमा करता रहा। लेकिन उसने ये रकम स्कूल के आधिकारिक खाते में ट्रांसफर नहीं की। कुछ समय बाद वह अचानक स्कूल आना बंद कर दिया। इसके बाद जब स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से फीस की जानकारी मांगी, तो यह खुलासा हुआ कि फीस की रकम एकाउंटेंट के खाते में जमा कराई गई थी। स्कूल प्रबंधन ने जब जांच की तो पता चला कि कुल 27 छात्रों के पालकों ने लगभग आठ लाख रुपये की फीस जेहान को दी थी। इस धोखाधड़ी की जानकारी मिलते ही प्रबंधन ने कोटा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद जेहान को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने जेहान के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब उससे यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फीस की रकम का उपयोग कहां और कैसे किया गया।

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