बिलासपुर। शहर की बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या के अनुपात में ट्रैफिक व्यवस्था नहीं सुधरने से लोगों को रोजाना जाम से जूझना पड़ रहा है। इंदिरा सेतु और शनिचरी रपटा पर यातायात का अत्यधिक दबाव है। इनकी वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में अरपा नदी पर दो नए पुलों का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन निर्माण की धीमी रफ्तार लोगों की परेशानी बढ़ा रही है।

सरकंडा क्षेत्र को शहर से जोड़ने के लिए इंदिरा सेतु, पुराना प्रताप टॉकीज पुल, शनिचरी रपटा, दयालबंद और तोरवा पुल प्रमुख मार्ग हैं। इन मार्गों से हजारों वाहन रोज गुजरते हैं, जिससे इंदिरा सेतु और शनिचरी रपटा पर रोजाना जाम की स्थिति बनती है। इस समस्या को देखते हुए जल संसाधन विभाग द्वारा अरपा नदी पर बैराज निर्माण के साथ दो नए पुलों का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, लेकिन एप्रोच रोड न बनने से अभी तक इन पर यातायात चालू नहीं हो पाया है। यातायात एएसपी रामगोपाल करियारे ने बताया कि दोनों पुल चालू होने से शहर को जाम से राहत मिलेगी और इंदिरा सेतु व शनिचरी रपटा पर दबाव कम होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर पत्र व्यवहार किया गया है। जानकारों का मानना है कि यदि विभागीय समन्वय बेहतर होता और एप्रोच रोड का निर्माण समय पर कर लिया जाता, तो यह वैकल्पिक व्यवस्था अब तक चालू हो चुकी होती। धीमी रफ्तार से हो रहे निर्माण कार्य से साफ है कि विभागीय प्राथमिकता में यह काम शामिल नहीं है। ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और शहर के विकास को गति देने के लिए जरूरी है कि जल संसाधन विभाग पुलों का कार्य प्राथमिकता से पूरा करे। पुलों के चालू होने से न केवल ट्रैफिक सुगम होगा, बल्कि आम लोगों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी।

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