जशपुर जिले की पुलिस ने एक बार फिर अपनी सक्रियता और संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अपहरण किए गए डेढ़ वर्षीय बालक को 12 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। परिजनों ने एसएसपी शशि मोहन सिंह का आभार व्यक्त किया है ।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना 17 मई की रात की है, जब अंबिकापुर से आई एक महिला बस स्टैंड पर अपने पति का इंतज़ार कर रही थी, उसी दौरान उसके मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया गया।
महिला ने आसपास के लोगों से पूछा लेकिन लेकिन जब कोई जानकारी नहीं मिली तो महिला थाना जशपुर पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की जानकारी एसएसपी को मिली तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम का गठन किया और निर्देश दिया की बच्चे को जल्द से जल्द खोजा जाए , नेतृत्व की ज़िम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और अनुविभागीय पुलिस अधिकारी को सौंपी गई ।

एसएसपी शशि मोहन सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले और बस स्टैंड क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया। इसके साथ ही बच्चे की तस्वीर सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म और पुलिस ग्रुप्स में साझा की गई। इसी सूचना को देखते हुए मोटू जकबा के सरपंच मनोज को बच्चे के संबंध में जानकारी मिली, उसने तत्काल थाना जशपुर को सूचना दी।
सरपंच की जानकारी पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को अपने संरक्षण में लिया और परिजनों को बुलाकर पहचान कराई गई। परिजनों ने बच्चे की पहचान की और उसे अपने सुपुर्द लिया।

पुलिस जांच में आरोपी की पहचान आवेश पन्ना पिता सुधीर पन्ना (उम्र 25 वर्ष), निवासी तपकरा बाधरकोना के रूप में हुई है।
इस मामले में जशपुर पुलिस ने गुम इंसान क्रमांक 31/2025 तथा अपराध क्रमांक 127/25 धारा 137(2) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है,समाचार लिखे जाने तक जाँच जारी थी ।

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