गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। भारत में संभावित साइबर हमलों को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस ने एक विशेष एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों और सरकारी संस्थानों से साइबर सुरक्षा के सभी मानकों का कड़ाई से पालन करने की अपील की है। यह चेतावनी भारतीय खुफिया एजेंसियों से प्राप्त इनपुट्स के आधार पर जारी की गई है, जिनमें कहा गया है कि पाकिस्तान समर्थित हैकर्स भारत के संवेदनशील डिजिटल सिस्टम को निशाना बना सकते हैं।

एडवाइजरी के अनुसार, संभावित साइबर हमलों का उद्देश्य सरकारी, सैन्य, बैंकिंग और आम नागरिकों के डेटा को चुराना या सिस्टम को बाधित करना हो सकता है। पुलिस ने सभी सरकारी और अर्द्ध-सरकारी संस्थानों को निर्देशित किया है कि वे अपने नेटवर्क में फायरवॉल, एंटीवायरस और इंट्रूडर डिटेक्शन सिस्टम को सक्रिय रखें। साथ ही संदिग्ध फाइल फॉर्मेट या लिंक खोलने से बचने की सख्त हिदायत दी गई है।
इसके अलावा, कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने लॉगिन डिटेल्स, पासवर्ड व अन्य संवेदनशील जानकारी किसी भी माध्यम से साझा न करने की सलाह दी गई है। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का अनिवार्य रूप से पालन करने और अज्ञात नेटवर्क या डिवाइस से सरकारी पोर्टल एक्सेस न करने की भी सख्त हिदायत दी गई है।
सिर्फ संस्थान ही नहीं, आम नागरिकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है। सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेशों और अफवाहों से सावधान रहने की अपील की गई है। पुलिस ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति अनजान कॉल, एसएमएस या ईमेल में आए लिंक पर क्लिक न करें। मोबाइल एप्स केवल आधिकारिक एप स्टोर्स से ही डाउनलोड किए जाएं।
डिजिटल भुगतान के संबंध में पुलिस ने चेतावनी दी है कि ओटीपी, पासवर्ड या पिन किसी से भी साझा न करें। सामने वाला स्वयं को बैंक का अधिकारी ही क्यों न बताता हो।
यदि मोबाइल कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है, तो वह तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या नजदीकी साइबर सेल अथवा थाना में इसकी जानकारी दें।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन