बिलासपुर। मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम कर्रा में बिजली सुधारते समय करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। तीन दिन से गांव में बिजली नहीं थी और विभागीय लापरवाही के कारण किसान ने खुद बिजली सुधारने की कोशिश की थी। इसी दौरान अचानक बिजली चालू हो गई और वह करंट की चपेट में आ गया।

मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम कर्रा में बीते तीन दिनों से बिजली गुल थी। ग्रामीणों ने कई बार बिजली विभाग से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद गांव के जनप्रतिनिधियों ने विभाग के इंजीनियर को सूचना दी, जिसके बाद दो कर्मचारियों को गांव भेजा गया। कर्मचारी गांव पहुंच तो गए, लेकिन उन्होंने बिजली सुधारने के लिए ग्रामीणों से मदद मांगी। इस पर लीमतरा गांव के 40 वर्षीय किसान सुरेश चंद्राकर और अन्य लोग कर्मचारियों की मदद करने लगे। सुरेश एक खंभे पर चढ़कर सुधार कार्य में जुटे थे। इस दौरान अचानक बिजली सप्लाई शुरू हो गई, जिससे सुरेश करंट की चपेट में आकर खंभे से नीचे गिर पड़े। ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें सिम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना सिम्स चौकी पुलिस को दी गई, जिसने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। उधर, मस्तूरी पुलिस ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने गांव पहुंचकर प्रत्यक्षदर्शियों और बिजली विभाग के कर्मचारियों से पूछताछ की है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही और बिना चेतावनी के बिजली चालू कर देने की वजह से यह हादसा हुआ है।

प्रधान संपादक

