बिलासपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार एक बार फिर टल गया है। ठीक वैसे ही जैसा दिसंबर के महीने में हुआ था। राजभवन तैयार था। सीएम साय ने भी मीडिया से चर्चा के दौरान हामी भरी थी, कहा था कि कभी भी और किसी भी समय हो सकता है एक्सटेंशन। जैसा ही अटकलें लगाई जा रही है फिर वही विवाद और असहमति का दौर।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में हरियाणा की तर्ज पर तीन मंत्रियों को शपथ दिलाया जाना है। केंद्र से हरियाणा माडल पर हरी झंडी मिलने के बाद साय मंत्रिमंडल में तीन मंत्रियों की एंट्री को लेकर कयास लगना शुरू हो गया था। दो नाम पहले से ही लोगो के जुबान पर था।

पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल और दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव। तीसरे नाम को लेकर बीते दिनों जरुर पार्टी कार्यकर्ता के साथ ही राजनीति में दिलचस्पी रखने अचरज कर रहे थे।

पुरंदर मिश्रा की इंट्री को लेकर पार्टी के भीतर ही असहज का माहौल बनने लगा था। यह भी कहा जाने लगा था कि दिल्ली के सामने कर्मठ कार्यकर्ताओं और नेताओं का टोटा हो गया है जो कुछ दिन पहले पार्टी बदलकर आने वालों पर ज्यादा भरोसा होने लगा है। चर्चा तो इस बात की भी है एक नाम पर पार्टी के भीतर सहमति ना बन पाने की स्थिति में फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार को आगे बढ़ा दिया गया है।

साय मंत्रिमंडल का विस्तार टलने से एक बार फिर छत्तीसगढ़ की राजनीति में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि अब 18 के बाद ही तीन नए मंत्री शपथ लेंगे। जाहिर है तब तक अटकलें लगाई जाती रहेंगी और लोग अपने अंदाज में मंत्रिमंडल का विस्तार करते रहेंगे।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन