बिलासपुर। साइबर ठगों ने एक बार फिर ऑनलाइन केवाईसी अपडेट के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। इस बार पचपेड़ी क्षेत्र के ग्राम लोहर्सी में रहने वाले एक शिक्षक को निशाना बनाया गया। ठगों ने मोबाइल पर फर्जी लिंक भेजकर शिक्षक से एक लाख 62 हजार रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित शिक्षक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, ग्राम लोहर्सी निवासी सेवक राम साहू पेशे से शिक्षक हैं और उनकी पदस्थापना बोहारडीह स्थित हाई स्कूल में है। 16 मार्च की सुबह वे अपने घर पर थे, तभी उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज के साथ एक लिंक प्राप्त हुआ। लिंक में “ऑनलाइन केवाईसी अपडेट” लिखा हुआ था, जिसे देखकर उन्होंने इसे बैंक से संबंधित समझ लिया।
लिंक खोलने के बाद उनसे कुछ गोपनीय जानकारी मांगी गई, जिसमें मोबाइल नंबर, खाता विवरण और ओटीपी शामिल था। शिक्षक ने बिना किसी संदेह के सभी जानकारियां भर दीं। प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्होंने मोबाइल बंद कर दिया और किसी भी तरह की गड़बड़ी का अंदाजा नहीं लगाया।
चार दिन बाद, 20 मार्च को जब वे अपने एक मित्र को मोबाइल ऐप से रुपये ट्रांसफर करने का प्रयास कर रहे थे, तब उन्हें खाते में शून्य बैलेंस दिखाई दिया। इस पर उन्होंने तत्काल बैंक जाकर खाते की जानकारी ली। बैंक अधिकारियों ने बताया कि 16 मार्च को उनके खाते से पांच बार में कुल एक लाख 62 हजार रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षक ने पचपेड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गोपनीय जानकारी शेयर करने से बचे
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपनी बैंक से जुड़ी गोपनीय जानकारी व ओटीपी किसी के साथ साझा न करें। साइबर अपराध से सतर्क रहकर ही ऐसे मामलों से बचा जा सकता है।

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