बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले की आंच अब पूर्व सीएम भूपेश बघेल तक जा पहुंची है। सोमवार को ईडी की टीम ने उनके निवास पर दबिश दी। आठ घंटे से भी अधिक समय तक चले जांच के बाद जरुरी दस्तावेजों के साथ ईडी की टीम राजधानी लौट गई है। शराब घोटाले के आरोप में ईडी ने जब पूर्व मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

उसी दौरान CBN36 ने इस बात का अंदेशा जताया था कि ईडी के राडार पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल कभी भी आ सकते हैं। यह अंदेशा सोमवार को उस वक्त सच साबित हुआ जब ईडी की टीम पुलिस बल के साथ पूर्व सीएम भूपेश बघेल के निवास पर दबिश दी।
ईडी की कार्रवाई को लेकर सुबह से ही छत्तीसगढ़ की राजनीति सरगर्म रही। बजट सत्र के दसवें दिन विधानसभा की कार्रवाई कांग्रेस के विधायकों ने ठप कर दी। प्रश्नकाल से शुरू हुआ गतिरोध आगे भी जारी रहा। ईडी की कार्रवाई से नाराज विधायकों ने सदन की कार्रवाई नहीं चलने दी। विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह ने मंगलवार तक के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित कर दिया है।

पूर्व मंत्री कवासी लखमा शराब घोटाले में संलिप्तता के आरोप में जेल में बंद है। ईडी ने कवासी लखमा से पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। इसी बीच ईडी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में दबिश देकर पीसीसी के प्रभारी महामंत्री संगठन मलकित सिंह गैंदू से कोंटा व सुकमा में बने कांग्रेस भवन की जानकारी मांगी थी। भवन बनाने के लिए जुटाए गए स्रोत के संबंध में दस्तावेज मांगे थे। ईडी की राजीव भवन में दबिश और जांच पड़ताल के इस बात की संभावनाएं बनती जा रही थी कि ईडी के निशाने पर पूर्व सीएम बघेल कभी भी आ सकते हैं। हुआ भी यही।

ईडी के अफसर रायपुर पहुंचे,पूर्व सीएम बंगले से निकलकर समर्थकों के बीच पहुंचे
ईडी की टीम पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल के भिलाई तीन निवास पर छापा की कार्यवाही के बाद ईडी के अफसर जरुरी दस्तावेज लेकर राजधानी रायपुर के लिए रवाना हो गए हैं। रायपुर रवाना होने के पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने बंगले से निकल कर बाहर आये व कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा- ईडी की दुर्भावनापूर्ण

पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम के रूप में कार्य कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरुद्ध की गई दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई का हम कड़ा विरोध करते हैं। यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है और विपक्ष की आवाज़ को दबाने का सुनियोजित प्रयास है।
मैं स्वयं इस अन्याय के विरोध में धरातल पर उतरते हुए भिलाई के लिए रवाना हो गया हूं।
मैं इस विषय को लेकर पार्टी के विधायकों, वरिष्ठ नेताओं एवं संगठन के अन्य जिम्मेदार साथियों के सतत संपर्क में हूं हम सब एकजुट होकर इस लोकतांत्रिक लड़ाई को लड़ेंगे।यह सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक ढांचे और जनता की आवाज़ पर हमला है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief