बिलासपुर। कोटा थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर चोरों ने बेखौफ होकर दो मकानों में धावा बोलते हुए सोने-चांदी के जेवर और करीब दो लाख रुपये नकद पार कर दिए। चोरों ने एक व्यवसायी और एक डाक्टर के घर को निशाना बनाया। घटना की सूचना पर कोटा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए डाॅग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि चोरों की पहचान की जा सके।

कोटा के महाशक्ति चौक के पास रहने वाले पूर्व पार्षद शैलेष गुप्ता व्यवसायी हैं। उनकी मुख्य मार्ग पर जनरल स्टोर है। उनके घर से कुछ ही दूरी पर डाॅ. राम अग्रवाल का मकान स्थित है। शुक्रवार सुबह जब शैलेष गुप्ता जागे तो उन्होंने देखा कि घर के ऊपर के कमरे में सामान बिखरा पड़ा है। जांच करने पर पता चला कि मकान के पीछे स्थित निर्माणाधीन मकान की छत के रास्ते चोर घर में घुसे थे। चोरों ने व्यवसायी के घर से करीब डेढ़ लाख रुपये नकद और सोने-चांदी के जेवर चोरी कर लिए।
इसी तरह चोरों ने डाॅ. राम अग्रवाल के मकान को भी निशाना बनाया और वहां से भी सोने-चांदी के जेवर पार कर दिए। घटना की जानकारी मिलते ही व्यवसायी ने कोटा थाना में सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आसपास की बारीकी से जांच की। चोरों ने आलमारी में रखे कुछ बैग और अन्य सामान मकान के पीछे छोड़ दिया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस का दावा है कि कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

पुलिस डाॅग पहले भटका, फिर घुसा एक मकान में
चोरी की सूचना पर पुलिस ने डाॅग स्क्वायड को भी बुलाया। प्रारंभ में पुलिस डाग भटक गया, लेकिन दूसरी जगह मिले बैग को सुंघाने के बाद डाग तेजी से भागते हुए फिरंगीपारा स्थित एक मकान में घुस गया। वहां रहने वाले दो लोगों से पुलिस ने पूछताछ की और बाद में दोनों को हिरासत में ले लिया गया है। उनसे चोरी के संबंध में गहन पूछताछ की जा रही है।
12 लाख की चोरी का अब तक नहीं मिला सुराग
गौरतलब है कि कोटा क्षेत्र में इससे पहले भी बड़ी चोरी की घटना हो चुकी है। पुरानी बस्ती निवासी अरमान कुरैशी के घर से 24 सितंबर की रात करीब 12 लाख रुपये के जेवर चोरी हो गए थे। तीन महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। ताजा घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में दहशत है और पुलिस की गश्त व सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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